बढ़ाएं दूध उत्पादन, ताकि मिले पोषण
पटना: राज्य में लोगों को सिर्फ पेट भर खाना से काम नहीं चलेगा, इन्हें पोषण युक्त आहार मिलना बेहद जरूरी है. गरीब से गरीब लोगों को पोषण युक्त आहार दिलाने में दूध की भूमिका सबसे अहम है. इसके लिए डेयरी का विकास होना आवश्यक है. ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
April 17, 2015 6:08 AM
पटना: राज्य में लोगों को सिर्फ पेट भर खाना से काम नहीं चलेगा, इन्हें पोषण युक्त आहार मिलना बेहद जरूरी है. गरीब से गरीब लोगों को पोषण युक्त आहार दिलाने में दूध की भूमिका सबसे अहम है. इसके लिए डेयरी का विकास होना आवश्यक है. ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित बिहार स्टेट को-ऑपरेटिव फेडरेशन लि. के 32वें स्थापना दिवस समारोह (कॉम्फेड) के उद्घाटन के मौके पर कही. उन्होंने कहा कि राज्य में 76 प्रतिशत लोग कृषि से जुड़े हुए हैं. फिर भी राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में कृषि की हिस्सेदारी, इस पर आधारित लोगों के अनुपात में बेहद कम है. पशुपालन और डेयरी को कृषि से जोड़ने की जरूरत है. अगर डेयरी को ज्यादा लोग अपनाएं, तो इससे कृषि का जीएसडीपी में योगदान भी बढ़ेगा. सीएम ने कहा कि राज्य में मिल्क पाउडर का उत्पादन काफी मात्र में है.
इसकी खपत यहां इतनी मात्र में नहीं हो पा रही है. आयातित मिल्क पाउडर पर रोक लगाने या इन पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की जरूरत है, ताकि राज्य में उत्पादित होने वाले मिल्क पाउडर को बढ़ावा मिले. इस मामले पर केंद्र सरकार से बात करके प्रमुखता से इस मुद्दे को उठायेंगे.
चुटकी लेते हुए कहा कि केंद्र में कृषि मंत्री बिहार के ही हैं. अब चुनाव का समय आ रहा है, तो सारे के सारे मंत्री यहीं डेरा डाले रहेंगे. ऐसे में इनसे मिलने का मौका काफी मिलेगा. विभागीय मंत्री बैद्यनाथ सहनी ने कहा कि दूध का उत्पादन एक वर्ष में 5.14 प्रतिशत बढ़ा है. स्वागत भाषण में कॉम्फेड एमडी आदेश तितरमारे ने कहा कि सुधा का जल्द ही ‘कॉलेस्ट्रॉल फ्री घी’ बाजार में आने वाला है. कार्यक्रम को पशुपालन विभाग के सचिव नर्मदेश्वर लाल समेत अन्य ने भी संबोधित किया.
सीएम ने दूध उत्पाद सहयोग समितियों के खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर करने की नयी व्यवस्था का शुभारंभ किया. इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल 50 समितियों के साथ ही शुरू किया गया है. इस दौरान सीएम ने बेहतर कार्य करनेवाले दुग्ध संघों, वितरकों और महिला समितियों को पुरस्कृत भी किया.