नीतीश ने कहा, शाह बताएं, हमने किसे दे दी जमीन
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें राज्य की 12 चीनी मिलों की जमीनों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. गुरुवार को दिल्ली से लौटने के बाद एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि चीनी मिल की जमीन पर कहां मॉल बना है, अमित शाह […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
April 17, 2015 6:10 AM
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें राज्य की 12 चीनी मिलों की जमीनों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. गुरुवार को दिल्ली से लौटने के बाद एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि चीनी मिल की जमीन पर कहां मॉल बना है, अमित शाह को बताना चाहिए. यदि चीनी मिल की जमीन पर मॉल बना होगा, तो इसकी तसवीर भी होगी, उसे रिलीज करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए साफ तौर पर कहा कि किसी मंत्री या उनके रिश्तेदार को चीनी मिल की जमीन नहीं दी गयी और न ही कोई मॉल बना है. अमित शाह को तथ्य की जानकारी नहीं है या गलतबयानी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उनसे जानना चाहते हैं कि किस चीनी मिल की जमीन पर मॉल बना है? मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की 15 चीनी मिलें और दो डिस्टिलरी बंद पड़ी थी. इनको चालू करने का प्रयास किया गया.
वर्ष 2007 में एसबीआइ कैप्स को सलाहकार नियुक्त किया गया. उन्होंने चीनी मिलों की कीमत और उनके भविष्य, संभावना आदि का अध्ययन कर सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी. इसके आधार पर चार बार निविदाएं आमंत्रित की गयीं और सात चीनी मिलों और एक डिस्टिलरी को पूरी पारदर्शिता के साथ बंदोबस्त किया गया. दो जगहों पर चीनी मिलें चल रही हैं. केंद्र सरकार के एक उपकरण एचपीसीएल ने यह चीनी मिल ली है. मोतीपुर चीनी मिल इंडिया पोटास लिमिटेड को बंदोबस्त किया गया, मगर इस पर न्यायालय में मुकदमा चल रहा है. अन्य जगहों पर आठ चीनी मिलें और एक डिस्टिलरी यथावत बंद स्थिति में है.
इन मिलों को चालू कराने की प्रक्रिया जारी है. गन्ना उद्योग विभाग इस दिशा में कार्य कर रहा है. जनता दल परिवार के विलय से जुड़े सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि विलय की घोषणा हो चुकी है. सभी दलों ने निर्णय ले लिया है कि विलय के बाद जो नयी पार्टी बन रही है, उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे. सभी दलों के अध्यक्षों को मिला कर एक समिति बनायी गयी है. सारी बातों को अंतिम रूप देने के लिए आगे का कार्यक्रम तैयार करेगी. समिति कार्यक्रम, नीति, झंडा, चुनाव चिह्न् इत्यादि के लिए भी निर्णय लेगी. मुलायम सिंह यादव जी अध्यक्ष हो गये हैं. सब मिल कर आपस में सब चीजों के बारे में निर्णय लेंगे. पहले से चर्चा होती रही है.
औपचारिकताओं को मूर्त रूप देने का निर्णय समिति लेगी.
नयी पाटी के नाम, झंडा के सवाल मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलायम सिंह यादव आगे बढ़-चढ़ कर सबको बुलायेंगे, विचार करेंगे, आगे का काम करेंगे. विलय का क्या प्रभाव सरकार के कामकाज पर पड़ेगा, मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जैसे काम कर रही है, वह करती रहेगी. मुस्तैदी से विकास और सुशासन के एजेंडे पर काम कर रहे हैं. मुस्तैदी से अपना काम करते रहेंगे. आगे चुनाव की चर्चा ही होगी. उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार को राजद, कांग्रेस, सीपीआइ और एक निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है.
भाजपा मजाक उड़ा रही होगा विनाशकारी
भाजपा द्वारा यह कहे जाने की विलय में पेच अब भी फंसा हुआ है, मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अंदर से परेशान है. जिस चीज का वे मजाक उड़ा रहे हैं, वह उनके लिए विनाशकारी होनेवाला है. उन्होंने कहा कि भाजपा चुटकी नहीं ले रही, बल्कि उनके अंतर्मन में जो भय का भाव है, उसे वे प्रकट कर रहे है.
क्या कहा था शाह ने
भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के विरोध में उपवास पर बैठनेवाले से पूछना चाहता हूं कि राज्य की 12 चीनी मिलों की जमीन मॉल बनाने के लिए क्यों दे दी? अपनी सरकार के मंत्रियों और उनके रिश्तेदारों को इन चीनी मिलों की जमीन बांट दी, इसका जवाब नीतीश कुमार को देना पड़ेगा.
(14 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में आयोजित कार्यकर्ता समागम में)