मोदी बना रहे किसानमुक्त भारत : जयराम

बेतिया. पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री व कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा का नारा था कांग्रेसमुक्त भारत, लेकिन मोदी सरकार में किसानमुक्त भारत बन रहा है. भूमि अधिग्रहण अध्यादेश लागू कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने उद्योगपति दोस्तों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान हजार करोड़ रुपये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2015 6:12 AM
बेतिया. पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री व कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा का नारा था कांग्रेसमुक्त भारत, लेकिन मोदी सरकार में किसानमुक्त भारत बन रहा है. भूमि अधिग्रहण अध्यादेश लागू कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने उद्योगपति दोस्तों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान हजार करोड़ रुपये पानी की तरह बहाये गये थे. वे रुपये इन्हीं उद्योगपतियों के थे. गुरुवार को जयराम रमेश बोधगया से चली प्रदेश कांग्रेस की न्याय पद यात्र के समापन समारोह को चनपटिया के वृंदावन आश्रम में संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा, कांग्रेस चाहती है कि वर्ष 2013 में भूमि अधिग्रहण पर बने कानून को ही लागू किया जाये. उसमें किसानों व मजदूरों के हक की बात है. अब किसी किसान की जमीन जबरदस्ती नहीं ली जा सकती है. इस कानून में किसानों के हक की सारी बातें हैं. इसमें स्वेच्छा से अधिग्रहण, उचित मुआवजा, परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी व अधिग्रहित भूमि पर उद्योग सफल नहीं होने पर फिर उन किसानों की जमीन वापसी भी शामिल है.
जय अडानी, जय अंबानी
जयराम रमेश ने कहा, देश के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने नारा दिया था जय जवान, जय किसान. लेकिन, जब मोदी प्रधानमंत्री बने, तो नारा ही बदल गया. अब नारा है, ‘जय अडानी, जय अंबानी’. उन्होंने कहा कि देश के किसान आत्महत्या कर रहे हैं. हर जगह फसल की क्षति को लेकर हाहाकार मची है और हमारे प्रधानमंत्री विदेशों का दौरा कर रहे हैं. वह कभी पेरिस, बर्लिन तो कभी कनाडा घूमते हैं. 12 महीने में 14 देशों की यात्र ये घुमंतू प्रधानमंत्री कर चुके हैं.
साबरमती के संत पहनते हैं 10 लाख का सूट!
साबरमती के एक संत वे थे, जिन्होंने सब कुछ त्याग कर किसानों के हक की लड़ाई लड़ी. साबरमती के एक ये संत हैं, जो 10 लाख की सूट पहनते हैं, जिसकी नीलामी करोड़ों में होती है. आज फैशन मैन बन गये हैं. कभी शॉल, तो कभी सूट, तो कभी पगड़ी में फोटो सूट करा रहे हैं.

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