मानसिकता बदल कर ही छुआछूत हो सकता है खत्म
पटना. सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ बिंदेश्वरी पाठक ने कहा कि हम प्रकृति को नहीं बदल सकते हैं,लेकिन लोगों की मानसिकता बदल सकते हैं. मानसिकता बदल कर ही समाज से छुआछूत खत्म कर सकते हैं. डॉ पाठक शनिवार को मैथिली साहित्य संस्थान द्वारा ‘मुख्यधारा में वंचित समाज’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे […]
पटना. सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ बिंदेश्वरी पाठक ने कहा कि हम प्रकृति को नहीं बदल सकते हैं,लेकिन लोगों की मानसिकता बदल सकते हैं. मानसिकता बदल कर ही समाज से छुआछूत खत्म कर सकते हैं. डॉ पाठक शनिवार को मैथिली साहित्य संस्थान द्वारा ‘मुख्यधारा में वंचित समाज’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सबको समान अवसर मिले,लेकिन धर्म या जाति के आधार पर भेद नहीं होना चाहिए. मौके पर समाजशास्त्री डॉ हेतुकर झा, बिहार रिसर्च सोसायटी के शोध सहायक डॉ शिव कुमार मिश्र, जस्टिस सुशील कुमार झा सहित कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये.