पटना : पूरे दुनिया में कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस ने बिहार में भी दस्तक दे दी है. रविवार को राज्य में कोरोना से पहली मौत हुई, जिसके बाद पूरे राज्य को 31 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया गया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू किये गये लॉकडाउन के परिप्रेक्ष्य में सहायता पैकेज की घोषणा की है. कोरोना से जंग के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन में 40 करोड़ 82 लाख रुपये दी गयी.
मुख्यमंत्री राहत कोष में सोमवार को 40 करोड़ 82 लाख रुपये जमा किये गये. बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड ने तीन करोड़ रुपये का चेक सीएम राहत कोष में दिया. बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड ने पांच करोड़ 27 लाख रुपये, बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड ने ढ़ाई करोड़ रुपये, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने 20 करोड़ रुपये, बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 10 करोड़ रुपये एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ, बिहार शाखा की तरफ से पांच लाख रुपये का चेक सौंपा गया.
गौरतलब है कि बिहार में लॉकडाउन के परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राहत पैकेट की भी घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन क्षेत्र के सभी नगर निकाय क्षेत्रों एवं प्रखंड मुख्यालय की पंचायत में अवस्थित सभी राशन कार्डधारी परिवारों को एक हजार रुपये प्रति परिवार दिया जायेगा. यह राशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में अंतरित की जायेगी. नीतीश कुमार ने कहा कि पहली से 12वीं कक्षा तक के सभी छात्र/छात्राओं को देय छात्रवृति आगामी 31 मार्च तक उनके खाते में दे दी जायेगी.
सीएम नीतीश ने कहा कि सभी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को एक माह के मूल वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने लोगों से अनुरोध करते हुए कहा कि लॉकडाउन के संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी की गयी सलाह का अनुपालन करें. आपके सहयोग से ही इस महामारी से निपटने में सफलता मिलेगी.