Patna : 40 होटल होंगे सील, अब अस्पतालों व कोचिंग में आग से सुरक्षा की जांच जल्द
शहर के 40 होटल सात दिनों में सील होंगे. निरीक्षण के दौरान इन होटलों में आग से सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं पाया गया. नोटिस के बावजूद आग से सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गयी है.
संवाददाता,पटना : पटना के 40 होटल सात दिनों में सील होंगे. इन होटलों में आग से सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है. नोटिस के बावजूद आग से सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गयी है. ये होटल खतरनाक श्रेणी में शामिल हैं. पाल होटल व अमृत लॉज में अग्निकांड के बाद 560 होटल और रेस्टोरेंट की जांच में 73 होटल और रेस्टोरेंट संवेदनशील पाये गये. 74 का फायर ऑडिट और 447 सामान्य होटल व रेस्टोरेंट पाये गये. आग से सुरक्षा के उपाय से संबंधित जानकारी देने के लिए सोमवार को अग्निशमन विभाग के साथ होटल और रेस्टोरेंट संचालकों के साथ श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में बैठक की गयी. इसमें आइजी एवं निदेशक सह राज्य अग्नि पदाधिकारी एम सुनील कुमार नायक ने कहा कि होटल व रेस्टोरेंट में आनेवालों की सुरक्षा का दायित्व संचालक का है. लेकिन आश्चर्य है कि फायर ऑडिट में कमी बताने पर भी वे संवेदनशील नहीं होते हैं. उन्होंने कहा कि अब कोचिंग संस्थानों और अस्पतालों में आग से सुरक्षा के उपाय की जांच जल्द शुरू होगी. इसके लिए कोचिंग व हॉस्पिटल संचालकों के साथ जल्द ही वर्कशॉप का आयोजन होगा.
560 होटलों व रेस्टोरेंट के निरीक्षण में 73 संवेदनशील
एम सुनील कुमार नायक ने कहा कि फायर ऑडिट में 40 होटलों में आग से सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं पाया गया. सात दिनों में अग्निसुरक्षा के पोर्टेबल यंत्र नहीं लगाने पर इन्हें सील कर दिया जायेगा. 73 संवेदनशील होटल व रेस्टोरेंट में नोटिस के बाद सुरक्षा के इंतजाम नहीं मिलने पर कार्रवाई होगी. नये कंस्ट्रक्शन में नेशनल बिल्डिंग कोड का पालन नहीं करने पर एनओसी नहीं मिलेगा. पहले से बने भवनों में आग से सुरक्षा के लिए पोर्टेबल अग्नियंत्रों का सात दिनों व हाइड्रेंट का निर्माण 30 दिनों में करना जरूरी है. इसका पालन नहीं होने पर नोटिस की तिथि से 50 रुपये प्रति वर्गमीटर जुर्माना लगेगा.एनओसी पोर्टल हो रहा तैयार :
अग्निशमन विभाग द्वारा ऑनलाइन एनओसी पोर्टल तैयार हो रहा है. बेल्ट्रॉन द्वारा तैयार वेबसाइट अगले माह से शुरू होगी. फायर ऑडिट भी ऑनलाइन होगा. आइजी ने कहा कि शहर में ग्रीन कॉरिडोर रूट चार्ट तैयार करने के लिए एसएसपी व ट्रैफिक एसपी के साथ बैठक होगी, ताकि कहीं भी आग लगने पर अग्निशमन वाहन जल्द घटनास्थल पर पहुंच सके.दिये गये टिप्स
बैठक में अपर निदेशक सह सहायक राज्य अग्नि पदाधिकारी राकेश कुमार ने होटल व रेस्टोरेंट में आग से सुरक्षा के टिप्स दिये. उन्होंने कहा कि 100 रूम के होटल में फायर सेफ्टी ऑफिसर की नियुक्ति होनी चाहिए. गेट पर आग से बचाव के संदेश को प्रसारित करना चाहिए. सभी संचालक अपने कर्मियों को आग से सुरक्षा के उपाय की तकनीक का प्रशिक्षण दिलाने के लिए अग्निशमन विभाग में कर्मियों की सूची भेज सकते हैं. रेस्टोरेंट में ज्वलनशील पदार्थों के रखने के लिए अलग से व्यवस्था हो. बिजली आपूर्ति में कॉपर तार का उपयोग करें. बिजली लोड वास्तविक खपत के अनुसार लिया जाये. बैठक में अपर निदेशक सह राज्य अग्नि पदाधिकारी विद्यासागर ने भी संबोधित किया. जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज कुमार नट ने सवालों का जवाब दिया.होटल व रेस्टोरेंट संचालकों ने दिये सुझाव
बैठक में फ्रेजर रोड की गुरुद्वारा गली के शिवनाथ कुमार ने कहा कि जागरूकता कार्यक्रम नियमित चलना चाहिए. जमाल रोड के अमरेंद्र कुमार कुमार ने कहा कि फायर ऑडिट में कमी मिलने पर तुरंत उसके उपाय के लिए कहना चाहिए. व्यवस्था नहीं करनेवालों पर कार्रवाई हो. अमित कुमार ने कहा कि एनओसी के लिए ऑनलाइन व्यवस्था हो. तारानंद यादव ने कहा कि आग से बचाव के उपाय बिल्डिंग मालिक या रेंट लेनेवाले को करना चाहिए.
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