संस्कृत शिक्षकों ने दिया धरना

संवाददाता, पटनासमग्र संस्कृत सह संस्कृत शिक्षक कल्याण संस्थान ने 300 संस्कृत विद्यालयों की प्रस्वीकृति और उनके कर्मियों को सात माह का वेतन देने आदि मांगों को लेकर महाधरना दिया. सोमवार को आर ब्लॉक चौराहा पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष रामाधार सिंह ने कहा कि विभागीय लापरवाही के चलते कार्यों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2015 10:04 PM

संवाददाता, पटनासमग्र संस्कृत सह संस्कृत शिक्षक कल्याण संस्थान ने 300 संस्कृत विद्यालयों की प्रस्वीकृति और उनके कर्मियों को सात माह का वेतन देने आदि मांगों को लेकर महाधरना दिया. सोमवार को आर ब्लॉक चौराहा पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष रामाधार सिंह ने कहा कि विभागीय लापरवाही के चलते कार्यों का निष्पादन नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 में 300 संस्कृत विद्यालयों की प्रस्वीकृति दी गयी थी. बावजूद इसके उन विद्यालयों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. संस्कृत शिक्षा बोर्ड द्वारा जिलाधिकारी से विद्यालय संबंधी प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर 621 संस्कृत विद्यालयों की प्रस्वीकृति के लिए बिहार सरकार के पास अनुशंशित कर भेजा गया है. इसकी जांच प्रतिवेदन संस्कृत शिक्षा बोर्ड में उपलब्ध होने के बावजूद उसे समीक्षा कर सरकार के पास नहीं भेजा गया है. सरकार द्वारा प्रस्वीकृति के आलोक में शिक्षकों का विकास अधर में लटका है.

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