फैक्टर की व्यवस्था करेगा पीएमसीएच
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर शुरू हुई टेंडर की प्रक्रिया एक माह में 700 मरीजों को दिये जाते हैं फैक्टर पटना : बिहार में दवा की किल्लत को दूर करने में स्वास्थ्य विभाग खुद को लाचार महसूस कर रहा है. शायद यही कारण है कि दवा व सजिर्कल सामान की खरीद के लिए जिस बीएमएसआइसीएल […]
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर शुरू हुई टेंडर की प्रक्रिया
एक माह में 700 मरीजों को दिये जाते हैं फैक्टर
पटना : बिहार में दवा की किल्लत को दूर करने में स्वास्थ्य विभाग खुद को लाचार महसूस कर रहा है. शायद यही कारण है कि दवा व सजिर्कल सामान की खरीद के लिए जिस बीएमएसआइसीएल को जिम्मा सौंपा गया है, वह भी बिना संतुष्ट हुए दवा को नहीं खरीदना चाहता है. इस कारण से अस्पतालों में दवाओं की कमी दूर नहीं हो रही है. जानकारी के मुताबिक 15 दिन पूर्व पीएमसीएच में फैक्टर के लिए आनेवाले मरीजों की संख्या बढ़ गयी थी.
इस पर अस्पताल अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद ने बीएमएसआइसीएल को पत्र लिख कर हीमोफीलिया मरीजों के लिए फैक्टर मांगा था, लेकिन इस पत्र के बाद निगम ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा और इस मामले में दिशा-निर्देश मांगा, जिसके जवाब में स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को पीएमसीएच प्रशासन को अपने स्तर पर फैक्टर खरीदने का आदेश दिया. इसके बाद इसके टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
देखा जाये, तो बाजार में एक फाइल फैक्टर की कीमत 2900 और पीएमसीएच में यह मरीजों को मुफ्त दिया जाता है.एक अनुमान के मुताबिक एक माह में 700 मरीजों को फैक्टर दिये जाते हैं, लेकिन पिछले छह माह से फैक्टर की सप्लाइ नहीं होने के कारण मरीजों को परेशान होकर बाजार से खरीदना पड़ता है. इन मरीजों की परेशानी को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पीएमसीएच प्रशासन को जल्द-से-जल्द टेंडर करने को कहा हैं, ताकि मरीजों को दवा मिल सके.