चार यूनिट ठप, संकट
पटना : बिजली उत्पादन की चार इकाइयां ठप होने के कारण रविवार को बिहार में बिजली संकट गहरा गया. केंद्रीय सेक्टर से आवंटित 199मेगावाट की तुलना में बिहार को मात्र 1350 मेगावाट ही बिजली मिल सकी. हालांकि, 200 मेगावाट की खरीदारी और अनशिडिय़ूल इंटरचेंज –यूआइ के तहत बिहार सरकार ने दो सौ और मेगावाट बिजली […]
पटना : बिजली उत्पादन की चार इकाइयां ठप होने के कारण रविवार को बिहार में बिजली संकट गहरा गया. केंद्रीय सेक्टर से आवंटित 199मेगावाट की तुलना में बिहार को मात्र 1350 मेगावाट ही बिजली मिल सकी.
हालांकि, 200 मेगावाट की खरीदारी और अनशिडिय़ूल इंटरचेंज –यूआइ के तहत बिहार सरकार ने दो सौ और मेगावाट बिजली की खरीदारी की. 1700 मेगावाट बिजली होने के बाद स्थिति सामान्य हो गयी.
चार यूनिट एक साथ बंद होने के कारण दोपहर में केंद्रीय सेक्टर से बिहार को बमुश्किल 1350 मेगावाट ही बिजली मिल सकी. स्थिति को देखते हुए बिजली कंपनी ने पहले से अदानी पावर से दो सौ मेगावाट की खरीदारी के अलावा और अधिक बिजली खरीदने का निर्णय लिया.
इसके लिए यूआइ कोटे से बिहार ने दो सौ मेगावाट की खरीदारी शुरू की. यूआइ कोटे में बिजली कंपनी को निर्धारित दर से कहीं अधिक पैसे भुगतान करने पड़ते हैं. सिंचाई सुविधा के लिए गांवों में आठ घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की बाध्यता को देखते हुए कंपनी अगर यह निर्णय नहीं लेती तो मुश्किल हो सकती थी.