गबन में सचिवालय अफसर की भूमिका!
पटना: जिला योजना कार्यालय के 3.56 करोड़ रुपये चेक से फर्जी निकासी के मामले में जेल में बंद तीन सरकारी कर्मियों के अलावा दस अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं. इन दस में से किसी की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है. इनमें चार अभियुक्तों पर गैर जमानती वारंट भी निर्गत है. शेष […]
पटना: जिला योजना कार्यालय के 3.56 करोड़ रुपये चेक से फर्जी निकासी के मामले में जेल में बंद तीन सरकारी कर्मियों के अलावा दस अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं. इन दस में से किसी की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है. इनमें चार अभियुक्तों पर गैर जमानती वारंट भी निर्गत है. शेष छह अभियुक्तों के खिलाफ पटना पुलिस ने वारंट लेने की जरूरत भी नहीं समझी.
पवन मिश्र और संतोष मिश्र की गिरफ्तारी से खुल सकते हैं राज : इन अभियुक्तों के नाम का खुलासा धनबाद से गिरफ्तार भूपेंद्र सिंह चोपड़ा उर्फ बंटी सिंह ने किया था.
उसने दो युवकों पटना के संतोष मिश्र व मुंगेर स्थित रामपुर के पवन मिश्र के नाम का खुलासा करते हुए बताया था कि उन लोगों ने ही चेक के माध्यम से निकासी के लिए उनसे संपर्क किया और उनको पटना बुलाया था. बंटी अपने मित्र प्रभात कुमार पुरोहित और पवन कुमार मिश्र के साथ पटना आये थे. तब पवन मिश्र ने संतोष मिश्र से संपर्क कराते हुए कहा था कि यह सचिवालय में ऑफिसर के पद पर हैं. उनके बीच आपस में करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई थी.
राशि बंटवारे में 80-20 के शेयर
बंटी सिंह सितंबर 2013 में फिर पटना आया, तो उसे लिफाफे में चेक मिला. इस पूरे घटनाक्रम से यह प्रतीत होता है कि चेक गायब कर उसे भुनाने का फर्जी काम संगठित गिरोह के जरिये हुआ है. चेक भुगतान को लेकर 80/20 पर बात हुई थी. मतलब चेक देनेवाले को कुल राशि का बीस फीसदी, जबकि भुनानेवाले को 80 फीसदी राशि मिलनी थी.
कई हाथों से गुजरा चेक : यही नहीं भुनाये जाने से पहले चेक कई हाथों से गुजरा. अंतिम रूप से चेक पेंटागन सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के एमडी टी महादेवन के खाते में भुना. उन्होंने अपने बयान में बताया था कि उनको यह चेक विकास माड्या ने कैश कराने को दिया था. इस चेक को उन्होंने अपने स्टाफ श्रीनिवासन को बैंक में जमा कराने को दिया. इसके बाद बैंक से पैसे निकाल कर विकास मांड्या को दे दिये, जिसके एवज में उनको 1.13 लाख रुपये कमीशन मिला. इसके बाद पूर्व परिचित उपेंद्र कुमार के कहने पर विकास मांड्या ने बची राशि दिल्ली में रहनेवाले सचिन व राजेश को भेज दी. विकास मांड्या को यह चेक उपेंद्र कुमार के हवाले से पटना के अजय कुमार, यश कुमार व पवन मिश्र ने कैश कराने के लिए उपलब्ध कराया था.