कर्ज से तंग होकर किसान ने की खुदकुशी
मनेर: नयी दिल्ली के जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की रैली में राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह की आत्महत्या के मद्देनजर देश में उठे राजनीतिक बवंडर अभी थमा भी नहीं था कि मनेर थाना क्षेत्र के सिघाड़ा पंचायत स्थित ताजपुर, शेरभुक्का गांव में शनिवार की देर रात कर्ज में डूबे परेशान किसान ने जहर खाकर […]
मनेर: नयी दिल्ली के जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की रैली में राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह की आत्महत्या के मद्देनजर देश में उठे राजनीतिक बवंडर अभी थमा भी नहीं था कि मनेर थाना क्षेत्र के सिघाड़ा पंचायत स्थित ताजपुर, शेरभुक्का गांव में शनिवार की देर रात कर्ज में डूबे परेशान किसान ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली. ग्रामीण व परिजन आनन-फानन में उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जानकारी के अनुसार ताजपुर, शेरभुक्का गांव निवासी किसान गजेंद्र प्रसाद सिंह उर्फ बब्बल सिंह (45 वर्ष) पिछले एक माह से कर्ज न चुकाने को लेकर काफी परेशान था.
कर्ज को लेकर हमेशा महाजन उससे तगादा करते थे. पैसे नहीं मिलने पर महाजन ने कई बार परिवार व बच्चों के सामने ही उसे काफी भला-बुरा कह कर बेइज्जत किया था. इससे तंग आकर गजेंद्र शनिवार की देर रात जहर खाकर गांव के निकट खलिहान में सो गया. रविवार की अहले सुबह लोगांे ने किसान गजेंद्र को खलिहान में सोता पाते देख कर सशंकित हो गये. गांव के लोगों ने देखा कि उसके मुंह से झाग निकल रहा था. इसके बाद लोगों ने हल्ला किया आसपास के ग्रामीण काफी संख्या में जुट गये. आनन- फानन में गजेंद्र को दानापुर अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया , लेकिन बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरो ने जांचोंपरांत उसे मृत घोषित कर दिया.
क्या कहना है मुखिया का
पंचायत के मुखिया सह जदयू प्रखंड अध्यक्ष अखिलेश सिंह बताया कि करीब नौ बीघा खेत नकदी लेकर गजेंद्र खेती किया करता था. दो-तीन माह पूर्व उसने अपने खेतों में मसूर व गेहूं के फसल लगाये थे, पर मौसम की मार के कारण दोनों फसल खराब हो गये. इसे लेकर वह काफी परेशान व तंगी हालत में चल रहा था. वह अपने बच्चों के स्कूल की फीस भी नहीं चुका पा रहा था. इसके पूर्व भी उसके खेतों में धान की पैदावार भी अच्छी नहीं हुई थी. इन सभी बातों से तंग होकर किसान ने खुदकुशी कर ली. मुखिया ने सरकार से मृत किसान के आश्रितों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है. इधर, किसान की मौत के बाद कोई भी अधिकारी अब तक सुधि लेने नहीं पहुंचा है. इधर, मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.