रक्सौल : शहर के कई लोग नेपाल की राजधानी काठमांडू समेत विभिन्न शहरों में व्यवसाय करते हैं. हजारों-हजार की संख्या में इलाके के लोग मजदूरी करते हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. शनिवार को आये भीषण भूकंप के बाद वे चिंतित और परेशान हैं, जिनके घरों के सदस्य काठमांडू या अन्य शहर में फंसे हुए हैं. काठमांडू को भारत को जोड़ने वाली सभी सड़कें टूट चुकी हैं. यातायात पूर्णत: बाधित है.
हवाई सुविधा भी बंद है. ऐसे में लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. राहत की बात यह है कि संचार व्यवस्था व्यवधान के साथ ही सही शुरू हो गयी है. संतोष कुमार, धागा व्यवसायी कहते हैं, मेरा छोटा भाई मनीष कुमार काठमांडू में रह कर धागा का काम करता है. भूकंप के बाद पूरा परिवार चिंतित था, हालांकि रविवार की सुबह उससे बात हुई है. वह ठीक है लेकिन कल 11 बजे के बाद से वह अपने घर में नहीं गया है. रमेश कुमार, बरतन व्यवसायी कहते हैं, छोटा भाई राजू अपने परिवार के साथ काठमांडू में व्यवसाय करता है. हनुमान ढोका में बरतन की दुकान है. पूरे परिवार के साथ काठमांडू रहता है, अपना घर है.
भूकंप के बाद पूरा परिवार तनाव में रहा कि पता नहीं राजू और उसका परिवार कैसा है. रविवार की सुबह बात हुई, लेकिन वह ठीक है. लेकिन दुकान और घर को काफी नुकसान हुआ है. राजेंद्र साह, वार्ड पार्षद कहते हैं, छोटा भाई परमेश अपने परिवार के साथ काठमांडू में रहता है, भूकंप के बाद से ही बात नहीं हो रही थी. बात हुई है बहुत दुख है. कल के बाद से परिवार सड़क पर बैठा है. लोग भय से घर में नहीं जा रहे.