नेपाल भूकंप : बेटे ने कहा- मत रो मां, सुरक्षित हूं

बगहा : रामनगर नेपाली टोला के विजय उपाध्याय की धर्मपत्नी संजू उपाध्याय की बात रविवार की दोपहर में उनके पुत्र से हुई. पिछले 24 घंटे से वह अपने पुत्र एवं पुत्र वधु से बात करने के लिए बेचैन थी. नेपाल के काठमांडू में रह रहे बैंक अधिकारी बालमुकुंद खनाल (पुत्र )से जब संजू की बात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 7:57 AM

बगहा : रामनगर नेपाली टोला के विजय उपाध्याय की धर्मपत्नी संजू उपाध्याय की बात रविवार की दोपहर में उनके पुत्र से हुई. पिछले 24 घंटे से वह अपने पुत्र एवं पुत्र वधु से बात करने के लिए बेचैन थी. नेपाल के काठमांडू में रह रहे बैंक अधिकारी बालमुकुंद खनाल (पुत्र )से जब संजू की बात हुई तो वह सिर्फ रो रही थी.

पुत्र की आवाज मोबाइल पर सुन कर मां ने राहत की सांस ली. हालांकि नेटवर्क कुछ ठीक नहीं था. इस लिए स्पष्ट बात नहीं हो रही थी. उनके पुत्र बालमुकुंद खनाल ने कहा कि मां मत रो, मैं सुरक्षित हूं. कोई चिंता की बात नहीं है. उसने बताया कि यहां बहुत लोगों की जान गयी है.

एंबुलेंस मांग रहा 60 हजार रुपये, नहीं पहुंचे मां-बेटे के शव

रक्सौल. शनिवार को नेपाल में आये भीषण भूकंप के चपेट में आने से मुन्नी व उसके सात माह के पुत्र की मौत काठमांडू में हो गया थी. मुन्नी का पति फिरोज आलम काठमांडू में दर्जी का काम करता है. शनिवार को वह दुकान गया था और इसी बीच भूकंप आने पर मां-बेटे का निधन हो गया. इधर, फिरोज ने शनिवार की शाम को ही अपने गांव नौका टोला खबर कर दी थी कि वह अपनी पत्नी और पुत्र का शव लेकर रक्सौल आ रहा है. रविवार को फिरोज ने अपने परिजनों को बताया कि काठमांडू से रक्सौल आने के लिए सभी मुख्य पथ बंद है. एक पथ जो चालू है, उससे रक्सौल लाने के लिए एंबुलेंस 60 हजार भारतीय रुपये की मांग कर रहा है.

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