1934 के भूकंप में एक माह तक आता रहा झटका

भूकंप के बाद का झटका धीरे धीरे कमजोर हो जाता है: ए एस आर्या संवाददाता, पटनादो दिनों से लगातार भूकंप के झटके से लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है. बड़ी संख्या में लोग किसी अनिष्ट की आशंका में घर से बाहर रहने को मजबूर हैं. हालांकि, भूकंप के पहले झटके के बाद का झटका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 9:04 PM

भूकंप के बाद का झटका धीरे धीरे कमजोर हो जाता है: ए एस आर्या संवाददाता, पटनादो दिनों से लगातार भूकंप के झटके से लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है. बड़ी संख्या में लोग किसी अनिष्ट की आशंका में घर से बाहर रहने को मजबूर हैं. हालांकि, भूकंप के पहले झटके के बाद का झटका कम तीव्रता और कम समय के लिए आ रहा है. इससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है. भूकंप मामलों के विशेषज्ञ और आइआइटी के पूर्व अध्यापक प्रो आनंद स्वरूप आर्या ने कहा कि भूकंप का यह झटका कब तक आयेगा कोई कह नहीं सकता है. यह दस दिन , 15 दिन या एक माह तक आ सकता है. पर, भूकंप के पहले झटका के बाद का झटका कमजोर होगा. प्रो आर्या ने कहा कि 1934 में आये अब तक का सबसे अधिक तीव्रता का भूकंप था. इस भूकंप के पहले झटका के बाद एक माह तक झटका आता रहा, लेकिन वह कम तीव्रता का झटका होता था. इससे लोगों को क्षति का सामना नहीं करना पड़ा. सोमवार को शाम में आये भूकंप के झटका के बारे में उन्होंने कहा कि इससे कोई खतरा नहीं है. ऐसे झटकों से घबराने की जरूरत नहीं है. लोगों को सिर्फ सचेष्ट रहना चाहिए. भूकंप के बाद आने वाला झटका धरती के अंदर के प्लेट्स या रॉक के दुबारा व्यवस्थित होने के दौरान आता है. यह धीरे- धीरे व्यवस्थित हो जाता है. भूकंप के बाद के झटके को आफ्टर शॉक्स बताते हुए उन्होंने कहा कि यह लगातार कमजोर होते हुए खत्म हो जाता है. ऐसे में लोगों को बताना चाहिए कि कोई बड़ी क्षति नहीं होने वाली है. ऐसे में सचेष्ट रहें.

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