राहत में तेजी : नीतीश ने कहा, केंद्र को भेजी जायेगी भूकंप से हुए नुकसान की रिपोर्ट

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रक्सौल, बेतिया व सीतामढ़ी के राहत कैंपों को जायजा लेकर बुधवार की दोपहर को पटना लौट आये. लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत कैंपों में तेजी से काम चल रहा है. जरूरत पड़ी तो और राहत कैंप भी खोले जायेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2015 7:13 AM

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रक्सौल, बेतिया व सीतामढ़ी के राहत कैंपों को जायजा लेकर बुधवार की दोपहर को पटना लौट आये. लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत कैंपों में तेजी से काम चल रहा है. जरूरत पड़ी तो और राहत कैंप भी खोले जायेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से भूकंप से हुए नुकसान की रिपोर्ट केंद्र को भेजने की तैयारी की जा रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्सौल के कैंप में दो तरह के काम हो रहे हैं-नेपाल से सड़क मार्ग से पीड़ितों को लाया जा रहा है और फिर उन्हें जहां जाना है, पहुंचाया जा रहा है. वहीं, यहां से नेपाल के भूकंपग्रस्त इलाकों में राहत सामग्री भी भेजी जा रही है. राहत कैंपों में समन्वय के लिए संबंधित जिलों में अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती की गयी है. नेपाल से बिहार के लिए बसें चलने लगी हैं. अगले दो-चार दिनों में नेपाल से आनेवाले पीड़ितों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहटा व पटना एयरपोर्ट से भी राहत भेजी जा रही है.

वह नेपाल के पोखरा तक पहुंच रहा है. वायु के साथ-साथ सड़क मार्ग से लोगों तक राहत सामग्री भेजी जा रही है. सीतामढ़ी के बैरगिनिया से भी फूड पैकेट नेपाल पुलिस को सौंपे गये हैं. नेपाल समेत बिहार में राहत कार्यो की निगरानी व मॉनीटरिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान से जो घायल हुए हैं, जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, फसल बरबाद हुई है, उसके लिए मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इसके लिए राज्य सरकार ने राशि जारी कर दी है.

इसकी सूचना केंद्र सरकार को दे दी गयी है और पैसों के कारण राहत काम नहीं रुका है. इसके लिए राज्य सरकार ने अपने मद से राशि दे दी है. केंद्र से जब राशि आयेगी, तो वह एडजस्ट हो जायेगी. नीतीश कुमार ने कहा कि हर पीड़ित तक सहायता पहुंचाने के लिए सरकारी मशीनरी लगी हुई है और इसमें जन सहयोग भी मिल रहा है. डीएमसीएच में भूकंप पीड़ितों के सर पर भूकंप पीड़ित चिपकाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि इस मामले को तूल दिया जा रहा है. यहां यह देखना जरूरी है कि इलाज में कोई कोताही तो नहीं बरती गयी. इस तरह के मामले को अलग रखना चाहिए.

एनएच को दुरुस्त कराये केंद्र, राहत में हो रही परेशानी

सीएम ने कहा कि मोतिहारी से छपरा रोड होते रक्सौल जाने के लिए नेशनल हाइवे है. केंद्र सरकार राशि देकर इसे अविलंब दुरुस्त करवा ले. एनएच ठीक नहीं होने की वजह से सड़क पर चलना कठिन है और राहत कार्य में भी विलंब हो रहा है. इस सड़क को दुरुस्त करने का काम सालों से चल रहा है, लेकिन अब तक पूरा नहीं हुआ है. अगर यह सड़क राज्य सरकार के पास होती, तो कब की दुरुस्त हो गयी होती.

फसल क्षति के मुआवजे के लिए 413.08 करोड़ जारी

तूफान-ओलावृष्टि से फसलों की हुई क्षति का मुआवजा देने के लिए कृषि विभाग ने बुधवार को 413.08 करोड़ 37 जिलों को जारी कर दिया. एकमात्र गोपालगंज के डीएम ने फसल क्षति का ब्योरा कृषि विभाग को नहीं भेजा है. अनुदान बैंक एकाउंट में या एकाउंट पेयी चेक के जरिये दिया जायेगा और अनुदान वितरण के दौरान वीडियोग्रॉफी भी करवायी जायेगी. मंगलवार को आंधी में 10 के मरने की पुष्टि की गयी है.

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