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आठ जिलों में मिट्टी क्षरण से जमींदारी बांधों की बिगड़ी सेहत

बेगूसराय, खगडि़या और औरंगाबाद में हो रहा सर्वाधिक 0.75 मिट्टी क्षरणपटना, जहानाबाद, नालंदा, गया और नवादा के जमींदारी बांधों की भी बिगड़ी सेहत आठ जिलों के 25 जमींदारी बांधों को ले कर कोर्ट में चल रहा मुकदमा मिट्टी क्षरण रोकने के लिए जल संसाधन विभाग कोर्ट में दायर करेगा याचिका संवाददाता, पटना मिट्टी क्षरण से […]

बेगूसराय, खगडि़या और औरंगाबाद में हो रहा सर्वाधिक 0.75 मिट्टी क्षरणपटना, जहानाबाद, नालंदा, गया और नवादा के जमींदारी बांधों की भी बिगड़ी सेहत आठ जिलों के 25 जमींदारी बांधों को ले कर कोर्ट में चल रहा मुकदमा मिट्टी क्षरण रोकने के लिए जल संसाधन विभाग कोर्ट में दायर करेगा याचिका संवाददाता, पटना मिट्टी क्षरण से आठ जिलों के 25 जमींदारी बांधों की सेहत बरबाद हो रही है. मिट्टी क्षरण रोकने के मामले में जल संसाधन विभाग के हाथ कोर्ट ने बांध रखे है. 25 जमींदारी बांधों को ले कर न्यायालय में मुकदमा चल रहा है. जल संसाधन विभाग ने इस बीच सभी जमींदारी बांधों में हो रहे मिट्टी क्षरण का सर्वे कराया है. सर्वे में सर्वाधिक मिट्टी क्षरण की रिपोर्ट आठ जिलों के 25 जमींदारी बांधों में मिली है. आठ जिलों के 25 जमींदारी बांधों में 0.62 से 0. 75 प्रतिशत मिट्टी क्षरण हो रहा है. सर्वे रिपोर्ट में पटना, जहानाबाद, नालंदा, गया, नवादा, औरंगाबाद, खगडि़या और बेगूसराय के जमींदारी बांधों में सर्वाधिक मिट्टी क्षरण की बात कही गयी है. जल संसाधन विभाग 25 जमींदारी बांधों का मिट्टी क्षरण रोकने के लिए कोर्ट में याचिका दायर करने की सोच रहा है. विभाग ने विधि प्रभाग से इस बाबत सलाह मांगी है. रिपोर्ट के अनुसार बेगूसराय, खगडि़या और औरंगाबाद में सर्वाधिक यानी 0.75 मिट्टी क्षरण हो रहा है. सर्वे रिपोर्ट में तीनों जिलों के जमींदारी बांधों में मिट्टी क्षरण रोकने के लिए शीघ्र ही काम शुरू कराने का सुझाव दिया गया है. आठ जिलों के जमींदारी बांध के आस-पास 2. 89 लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती है. 20 मई से सिंचाई के लिए जमींदारी बांधों से पानी लेने के लिए किसानों की भीड़ जमा होनी शुरू हो जायेगी. ऐसे में जमींदारी बांधों के किनारे और मिट्टी क्षरण होगा.

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