पटना: वेतनमान की लड़ाई को लेकर शनिवार से हाई स्कूल एवं प्लस-टू के शिक्षकों के भी हड़ताल पर चले जाने से बिहार में लाखों स्कूली बच्चों के भविष्य पर ताला लटक गया है. राज्य में समान काम के बदले समान वेतन की अपनी मांग को लेकर पहले से ही नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर रहने से लाखों बच्चों की शिक्षा पर बुरा प्रभाव पड़ रहा था. ऐसे में अब नियोजित शिक्षकों के समर्थन में हाई स्कूल एवं प्लस-टू के शिक्षकों के भी हड़ताल पर चले जाने से स्कूली छात्रों की पढ़ाई के और प्रभावित होने की किसी संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है.
मालूम हो कि बिहार में नियोजित शिक्षक समान काम के लिए समान वेतन की अपनी मांग को लेकर काफी दिनों से हड़ताल पर हैं. बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर हाई स्कूल एवं प्लस-टू के शिक्षक ने भी अब इन नियोजित शिक्षकों के मांगों का समर्थन करते हुए अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया हैं. हड़ताली शिक्षकों ने स्कूलों में तालाबंदी कर दी है जिससे यहां के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों गरीब बच्चों की शिक्षा बुरी तरह से प्रभावित हुई है.
शिक्षकों ने राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है. इन सभी के बीच प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर आगामी चार मई से प्राथमिक शिक्षकों ने भी हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. ऐसे में इन विद्यालयों में पढ़ने वाले स्कूली बच्चों के भविष्य पर ताला लगना स्वाभाविक है.