नगर निगम के आयुक्त ने दिया आश्वासन, अब कर्मियों को नहीं लगाना होगा चक्कर
पटना: नगर निगम के सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द निबटारा होगा. उन्हें अब इस टेबुल से उस टेबुल तक भटकना नहीं पड़ेगा. सेवानिवृत्त कर्मियों की स्थापना शाखा से जुड़ी समस्याओं से निबटारे के लिए शनिवार को निगम की ओर से बांकीपुर अंचल कार्यालय में शिविर लगाया गया था. इसमें नगर आयुक्त जय […]
पटना: नगर निगम के सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द निबटारा होगा. उन्हें अब इस टेबुल से उस टेबुल तक भटकना नहीं पड़ेगा. सेवानिवृत्त कर्मियों की स्थापना शाखा से जुड़ी समस्याओं से निबटारे के लिए शनिवार को निगम की ओर से बांकीपुर अंचल कार्यालय में शिविर लगाया गया था.
इसमें नगर आयुक्त जय सिंह ने बताया कि वर्ष 2013 से पहले सेवानिवृत्त हुए कर्मियों के दावों को पहले निबटाया जायेगा. इन दावों के निष्पादन में करीब 10 करोड़ रुपये की आवश्यकता है. इसको लेकर विभाग से राशि की मांग की जायेगी. इनके दावों को निष्पादित करने के बाद वर्ष 2014 के दावों का निष्पादन किया जायेगा.
गौरतलब है कि नगर निगम से रिटायर किये कर्मियों की स्थापना शाखा से पेंशन से लेकर एसीपी तक के मामलों को लेकर काफी शिकायतें रहती हैं. सेवानिवृत्त कर्मी रोजाना नगर आयुक्त से मिल कर समस्या हल करने का आग्रह करते हैं, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं होती है. इसे लेकर वे बार-बार निगम मुख्यालय का चक्कर लगाते हैं. इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए नगर आयुक्त ने शिविर लगाया था. खास बात यह रही कि समस्याओं को लेकर अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच कुरसी का अंतर खत्म हो गया था. फरियादियों की लाइन में दोनों लगे थे. कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर शिविर में पहुंचे थे. शिकायतों में सबसे अधिक सेवानिवृत्ति लाभ व वेतन विसंगति से जुड़े मामले थे.
125 फरियादियों ने की शिकायत : सैदपुर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर कार्यरत बिंदा राम की शिकायत थी कि वेतन विसंगति का मामला दूर कर दिया गया, लेकिन आधी राशि ही मिली है. इसके साथ ही छठा वेतनमान अधिकतर कर्मचारियों को मिल गया है, लेकिन उन्हें अब तक नहीं मिला है. पटना सिटी की कांति देवी का कहना था कि उसका सेवानिवृत्ति लाभ वर्षो से रुका हुआ है. उन्हें सेवानिवृत्ति लाभ के तहत 4.5 लाख रुपया मिलनेवाला है. शिविर में कुल 125 फरियादी अपनी शिकायतों को लेकर पहुंचे थे.
रिमाइंडर पर रिमाइंडर, पर निराकरण नहीं
नगर निगम में कार्यरत लेखा-वित्त नियंत्रक पीके सिंह भी फरियादियों की लाइन थे. उनकी समस्या थी कि एक अप्रैल, 2013 से लेकर अब तक का एसीपी का लाभ नहीं मिला है. इसे लेकर छह बार स्थापना शाखा व नगर आयुक्त से शिकायत कर चुके हैं और रिमाइंडर भी दिया है, लेकिन निदान नहीं हुआ है. इनकी समस्या पर नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि राशि मिलने पर एसीपी का मामला क्लियर कर दिया जायेगा. नगर मुख्य अभियंता आरके वर्मा का कहना था कि वे जुलाई से नवंबर 2008 तक निलंबित थे, जिसका मामला कोर्ट में चल रहा था. बाद में कोर्ट से मामला सुलझ गया है, लेकिन निगम से नहीं सुलझा. इसकी वजह से सेवानिवृत्त लाभ में कटौती हो गयी और तीन वेतन बढ़ोतरी भी रुकी हुई है. पेंशन निर्धारण में भी दिक्कत हो रही है. कई बार रिमाइंडर दिया गया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. नगर आयुक्त ने कहा कि फाइल की तहकीकात कर उचित कार्रवाई शीघ्र की जायेगी.