बिक्रम: रविवार की दोपहर स्थानीय बाजार स्थित ससुराल में बुला कर 28 वर्षीय युवक की नस काट कर हत्या कर दी गयी. घटना की सूचना मिलते ही पूरे बाजार में सनसनी फैल गयी. घटनास्थल से लेकर थाने तक लोगों की भारी भीड़ जमा हो गयी. मृतक के घरवालों की पुलिस से नोक-झोंक भी हुई. इस संबंध में मृतक के परिजनों के बयान पर पुलिस ने पत्नी, सास व ससुर समेत 10 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है.
दो साल पहले हुई थी शादी : सरकारी अस्पताल में भंडारपाल के पद पर कार्यरत सुनील कुमार की पुत्री रागिनी (24 वर्ष) की शादी दो वर्ष पूर्व दुल्हिनबाजार थाना क्षेत्र के एनखा गांव निवासी सुखदेव वर्मा के पुत्र रमेश कुमार के साथ हुई थी. रमेश के परिजनों का कहना है कि लड़की का अवैध संबंध शादी के पूर्व से ही एक लड़के के साथ था. इसी बात को लेकर पति -पत्नी में विवाद था. वह ससुराल से भाग कर मैकेआ जाती थी.
थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि मृतक के पिता के बयान पर स्वास्थ्यकर्मी सुनील कुमार समेत 10 लोग आरोपित बनाये गये हैं. तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने इस मामले को प्रेमप्रसंग से जुड़ा बताया . घटना के सिलसिले में गिरफ्तार रागिनी के चाचा विनोद कुमार ने बताया कि बाजार स्थित वे अपनी दुकान पर थे. इसी बीच लड़के के पिता व उनके साथ आये दर्जनों लोग उन्हें मारते-पीटते थाने में ले आये. वहीं, दूसरा आरोपित अमित कुमार ज्ञान भारती विद्यालय में वर्ग 10 का छात्र है. वह रागिनी के भाई सूरज कुमार का दोस्त है. वह हेलमेट पहुंचाने सूरज के पास गया था. लड़का पक्षवालों ने उसे पकड़ लिया और पिटाई करते हुए थाने को सौंप दिया. इसी तरह की बात सूरज ने भी बतायी. उसने कहा कि वह पॉलिटेक्निक कि परीक्षा देने आरा गया था. लौटा तो उसे पकड़ कर पिटाई करते हुए थाने को सौंप दिया गया. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
दो दिन पहले ही मैके आयी थी रागिनी
मृतक रमेश के पिता सुखदेव ने बताया कि 20 दिन पूर्व रागिनी ससुराल आयी थी. शनिवार को वह बिक्र म बाजार स्थित अपने मैके आ गयी थी. मृतक के एक दोस्त ने बताया कि रमेश को रविवार की सुबह 10 बजे पत्नी रागिनी फोन कर ससुराल बुलाया था. उसके पिता सुखदेव वर्मा को फोन से सूचना दी गयी कि रमेश छत से गिर कर जख्मी हो गया है. तत्काल घरवाले अन्य संबंधियों के साथ ससुराल पहुंचे, तो पता चला कि रमेश को इलाज के लिए पटना ले जाया गया है. इसके बाद रमेश के परिजन पटना पहुंचे, तो उसकी मौत हो चुकी थी. लाश को छोड़ कर उसके ससुरालवाले भाग गये थे. रमेश की लाश उसके परिजन बिक्रम थाने में लेकर आये.आक्र ोशित परिजनों की पुलिस के साथ नोक-झोंक भी हुई.