वरदी पहनी, लेकिन अब भी नेमप्लेट नहीं लगाते टीटीइ-असं

रेलवे बोर्ड के नियमों का करते हैं उल्लंघन संवाददाता, पटना दानापुर रेल मंडल के टीटीइ अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं. मनमानी तो इतनी कि पटना जंक्शन पर जांच के दौरान सिविल ड्रेस में लग जाते थे. लेकिन डांट-फटकार के बाद वरदी तो पहनना इन्होंने शुरू कर दिया. लेकिन अब भी ये अपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2015 12:05 AM

रेलवे बोर्ड के नियमों का करते हैं उल्लंघन संवाददाता, पटना दानापुर रेल मंडल के टीटीइ अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं. मनमानी तो इतनी कि पटना जंक्शन पर जांच के दौरान सिविल ड्रेस में लग जाते थे. लेकिन डांट-फटकार के बाद वरदी तो पहनना इन्होंने शुरू कर दिया. लेकिन अब भी ये अपनी आदत नहीं सुधार रहे हैं. नेमप्लेट नहीं लगाने को लेकर डीआरएम भी कई बार झाड़ लगा चुके हैं. इसकी कभी भी जांच की जा सकती है. कौन टीटीइ है पहचान नहीं सकते : जांच के दौरान कौन टीटीइ जांच कर रहा है, इसकी पहचान नहीं हो सकती. रेलवे बोर्ड के नियम के अनुसार हर टीटीइ को नेमप्लेट लगा कर रखना है. लेकिन रेलवे बोर्ड के नियमों का भी खुला उल्लंघन करते हैं. पॉकेट के अंदर रहता है आइ कार्ड : नेमप्लेट तो लगाते ही नहीं हैं. अगर आइ कार्ड भी रखते हैं, तो वे इसे पॉकेट के अंदर रखते हैं. जिससे इनकी पहचान नहीं हो पाती है. कई बार यात्रियों के साथ हुई बदसलूकी के बाद यात्री चाह कर भी शिकायत नहीं कर सकते हैं. क्योंकि वे उनका नाम नहीं जानते. वसूली के लिए करते हैं ऐसा : अगर विभाग की ओर से जांच न हो, तो वे गले में आइ कार्ड भी टांग कर न रखें. आइ कार्ड को वे पॉकेट के अंदर रखते हैं. भोले-भाले यात्रियों से अवैध वसूली के साथ वैध टिकट रहने पर भी वे उसे फाड़ देते हैं. फोटो खींचने पर करते हैं मीडिया से बदसलूकी : इनकी कमियों को दिखाने के लिए जब मीडिया कर्मियों द्वारा फोटो खींचा जाता हैं, तो सभी टीटीइ मिल कर मीडिया के साथ बदसलूकी करते हैं. इनका मनोबल हर समय बढ़ा रहता है.

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