स्थायी समिति की बैठक में 25 स्थानों पर वाटर कूलर लगाने का फैसला प्यास लगी, तो चले कुआं खोदने
पटना: नगर निगम प्यास लगी तो चले कुआं खोदनेवाली कहावत चरितार्थ करने में लगा है. सोमवार को स्थायी समिति की बैठक में शहर के 25 सार्वजनिक स्थानों पर वाटर कूलर लगाये जाने का फैसला किया है. अब जबकि मानसून आने में करीब एक माह ही शेष है, ऐसे में वाटर कूलर लगाते-लगाते लोगों को इसकी […]
पटना: नगर निगम प्यास लगी तो चले कुआं खोदनेवाली कहावत चरितार्थ करने में लगा है. सोमवार को स्थायी समिति की बैठक में शहर के 25 सार्वजनिक स्थानों पर वाटर कूलर लगाये जाने का फैसला किया है. अब जबकि मानसून आने में करीब एक माह ही शेष है, ऐसे में वाटर कूलर लगाते-लगाते लोगों को इसकी जरूरत ही नहीं रहेगी.
स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मेयर ने नगर आयुक्त से पूछा तीन वर्षो की योजना है, जिससे स्थायी समिति व निगम बोर्ड से पारित है और आपको पता तक नहीं है. इसके जवाब में नगर आयुक्त जय सिंह ने कहा कि पारित योजना है, तो तत्काल टेंडर निकाल कर वाटर कूलर के साथ बोरिंग लगाने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. इस वाटर कूलर का रख-रखाव कोई संस्था या एजेंसी कर सकती है, जिसे विज्ञापन की होर्डिग लगाने की स्वीकृति दी जायेगी. नगर आयुक्त ने बैठक में ही नगर मुख्य अभियंता को निर्देश दिया कि प्रस्ताव बना कर एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करें.
निगम खुद खरीदेगा उपकरण
मेयर ने नगर आयुक्त से पूछा कि बुडको ने उपकरण खरीद को लेकर समय सीमा बतायी है. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि बुडको से अब तक कोई पत्र नहीं मिला है. इस पर मेयर ने आठ उपकरणों को अपने स्तर से खरीदने का निदेश दिया. इससे शीघ्र उपकरणों की खरीदारी की जा सकेगी. अन्य छह उपकरणों को 16 मई को होनेवाली विशेष बैठक में निर्णय लेने के बाद शीघ्र खरीद कर लिया जायेगा.
नाला उड़ाही कार्य हो रहा धीमा
बैठक में स्थायी समिति के सदस्यों ने नाला उड़ाही कार्य धीमा होने की शिकायत की. साथ ही यह भी कहा गया कि मैनहोल व कैचपीट भी बड़ी संख्या में खुला हुआ है, जिसे मॉनसून से पहले ढकने की जरूरत है. मेयर ने नगर आयुक्त से कहा कि चिरैयाटांड़ पुल से लेकर अगमकुआं तक बॉक्स नाला है, जिसमें अब तक उड़ाही का कार्य शुरू नहीं किया गया है. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि नाला उड़ाही कार्य का खुद निरीक्षण कर रहे हैं. नाला उड़ाही में जहां कमी दिख रही है, तत्काल पूरा करने का निर्देश दिया जा रहा है. एक से दो दिनों में बॉक्स नाला की भी उड़ाही शुरू हो जायेगी, साथ ही मैनहोल व कैचपीट ढकने का काम भी शुरू कर दिया जायेगा. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि खराब डीजल पंपों को मॉनसून से पहले हर हाल में दुरुस्त कर लिया जायेगा.
खराब पड़े चापाकल किये जायेंगे दुरुस्त
स्थायी समिति में वार्ड में खराब पड़े चापाकल को दुरुस्त करने का सवाल भी उठाया गया. मेयर ने कहा कि एक वर्ष पहले वार्ड स्तर पर 50-50 हजार रुपये चापाकल दुरुस्त करने के निर्णय लिये गये थे, लेकिन यह राशि अंचल में नहीं पहुंच सकी है. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि तत्काल यह राशि अंचल में भेज दी जायेगी और कनीय अभियंता व वार्ड सफाई पर्यवेक्षक के माध्यम से खराब पड़े चापाकल को दुरुस्त करवाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. एक खराब चापाकल में ज्यादा से ज्यादा दस हजार रुपये खर्च किये जायेंगे. वहीं, जलापूर्ति शाखा में 63 दैनिक मिस्त्री, ऑपरेटर और मेकैनिक की नियुक्ति करने का प्रस्ताव पारित किया गया है. इस पर निगम सालाना 50 रुपये खर्च करेगा.
वास्तुविदों की सत्यापन प्रक्रिया अब 18 को
नगर निगम से संबद्ध वास्तुविदों की सत्यापन प्रक्रिया अब 18 मई को होगी. नगर निगम से निबंधित वास्तुविद की प्रक्रिया पूरी करने के लिए अधिसूचना जारी की गयी थी. अधिसूचना के अनुसार सोमवार को वास्तुविद के आवेदन के साथ मूल प्रमाणपत्र व अन्य कागजात के सत्यापन की प्रक्रिया पूरा करनी थी. स्थायी समिति की बैठक के कारण निर्णय लिया गया. वास्तुविद अभिषेक शर्मा और श्याम किशोर सिंह ने कहा कि 25-30 वर्षो से निगम से निबंधित हैं. बावजूद सत्यापन किया जा रहा है.