पटना : बिहार व झारखंड समेत देश के अन्य राज्यों में मंगलवार दोपहर भूकंप के लगातार दो शक्तिशाली झटके महसूस किये गये. भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.35 मापी गई है. इस दौरान बिहार के समस्तीपुर में दो, दरभंगा में तीन, सीवान में एक, दानापुर में एक, छपरा में एक की मौत हुई है. शाम सवा चार बजे तक मृतकों की संख्या 12 थी, जो बाद में रात दस बजे तक बढकर 18 हो गयी है.शाम में पौने छह बजे के आसपास गृह मंत्रायल के हवाले से खबर आयी कि बिहार में मृतकों की संख्या 16 तक पहुंच गयी है.जबकि इस दौरान मची भगदड़ में दर्जनों के घायल होने की भी खबर है. वहीं मुंगेर पुलिस मेन्स में तीन लोगों के घायल होने की सूचना है, जिसमें से एक व्यक्ति की स्थिति गंभीर है.पूर्णिया में भूकंप के बाद तूफान आया है साथ ही बारिश भी शुरू हो गयी है. कटिहार में भूकंप के बाद आये तूफान में एक गर्भवती महिला सहित चार लोगों के मारे जाने की खबर है.
वहीं लक्खीसराय और खगड़िया से ऐसी खबरें आ रहीं है कि वहां कई भवनों में दरारें पड़ गयीं हैं. लक्सीसराय से पांच लोगों के घायल होने की सूचना है.साथ ही राज्य के कई जिलों के भूकंप से प्रभावित होने की सूचना है. भूकंप का पहला झटका आज दोपहर 12:35 बजे जबकि दूसरा झटका 1:09 बजे महसूस किया गया. एक बार फिर बिहार में आये भूकंप से लोग दहशत में आ गये है.झारखंड में भी दोपहर चार बजे के बाद से आंधी और बारिश एक साथ शुरू हो गयी है. राजधानी रांची में बारिश भी हो रही है.
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी ने बताया कि भूकंप में मारे गये लोगों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपया मुआवजा दिया जायेगा. बिहार में अब तक भूकंप के पांच झटके महसूस किये गये हैं. खबर है कि मोतहारी, गोपालगंज और सीतामढ़ी में भी कई लोग घायल हुए हैं.
भूकंप के दौरान राजधानी स्थित दानापुर इलाके में दीवार गिरने से एक मजदूर की मौत की हो गयी. वहीं, सिवान जिले के मैरवा इलाके में एक 6 वर्षीय बालक की मौत हो गयी. जानकारी के मुताबिक भूकंप के दौरान दानापुर के आनंद बाजार इलाके में काम कर रहे एक मजदूर की मौत दीवार गिरने से हो गयी. सिवान जिले के मैरवा इलाके में लालबाबू चौहान के छह वर्षीय पुत्र सूरज चौहान की मौत भूकंप के दौरान दीवार गिरने व उसके नीचे दब जाने से हो गयी. सूचना के मुताबिक सूरज चौहान अपने नाना के घर आया हुआ था. उधर, दरभंगा में भूकंप के दौरान एक मकान के गिरने से दो लोगों की मौत उसमें दबने से हो गयी जबकि इस दौरान मची भगदड़ में एक व्यक्ति की मौत होने की खबर है. दरभंगा में ही भगदड़ के दौरान अब तक लगभग तीन दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है.
भूकंप करीब एक मिनट तक महसूस किया गया. इस दौरान बिहार में बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने घरों व दफ्तरों से बाहर निकल कर सड़क पर जमा हो गये. राजधानी पटना में भी लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर खुली जगहों पर आते दिखे. भूकंप के तुरंत बाद राजधानी के कई सरकारी इमारतों में काम कर रहे कर्मचारियों ने वहां से बाहर निकलना बेहतर समझा और भागने लगें. कई स्कूलों में बच्चे भी सुरक्षित व खुली जगहों पर आ गये. उधर, बिहार सरकार ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को स्थिति पर नजर बनाये रखने का निर्देश दिया है. अधिकारियों को भूकंप से हुये नुकसान से संबंधित रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
मालूम हो कि इससे पहले 25 अप्रैल को आये भूकंप के तेज झटकों से बिहार में सौ से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी. जबकि नेपाल में 8,000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. नेपाल से नजदीक होने के कारण भूकंप से भारत में सबसे ज्यादा नुकसान बिहार को पहुंचा था. उस बार भूकंप का केंद्र नेपाल का लामचुंग जिला था और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.9 मापी गई थी. भूकंप के आज के झटकों से एक बार फिर बिहार के लोग सहम गये है. इस बार भी भारत में भूकंप के दो झटके महसूस किये गये हैं. एक का केंद्र नेपाल था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.1 नापी गयी जबकि दूसरे का केंद्र अफगानिस्तान था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.9 मापी गयी.