अब विदाई के नाम पर लड़के को मिली धमकी

अंतरजातीय विवाह : कोर्ट मैरिज के एक साल बाद आयी मायके पटना : पटना के रहनेवाले चंदन कुमार ने 3 जनवरी, 2014 को कोर्ट मैरिज किया था. उसने शेखपुरा की रहनेवाली लड़की से अंतरजातीय विवाह किया और उसे लेकर दिल्ली में रहता था. दोनों इस विवाह से खुश थे. इस बीच लड़की के घरवालों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2015 6:47 AM
अंतरजातीय विवाह : कोर्ट मैरिज के एक साल बाद आयी मायके
पटना : पटना के रहनेवाले चंदन कुमार ने 3 जनवरी, 2014 को कोर्ट मैरिज किया था. उसने शेखपुरा की रहनेवाली लड़की से अंतरजातीय विवाह किया और उसे लेकर दिल्ली में रहता था. दोनों इस विवाह से खुश थे. इस बीच लड़की के घरवालों ने लड़की के पास फोन किया और उसके मौसेरी बहन की शादी पक्की होने की जानकारी दी. खुद की शादी के एक साल बीत जाने से दोनों ने इस बुलावे को सामान्य तौर पर लिया.
लड़की 27 जनवरी, 2015 को मायके आ गयी. लेकिन, फरवरी में जब लड़के ने विदाई कराने की कोशिश की, तो मामला बिगड़ गया. लड़के को लगातार धमकी मिल रही है. इस बीच 18 मार्च को लड़की ने फोन करके बताया कि उसकी दूसरी शादी की तैयारी चल रही है. उसने विदाई कराने के लिए लड़के को घर बुलाया. जब चंदन ससुराल पहुंचा, तो उसे भगा दिया गया.
इसके बाद 1 व 25 अप्रैल को उसने फिर से विदाई का प्रयास किया. इस बार उसे भारी विरोध का सामना करना पड़ा. थक हार कर उसने अब कोर्ट की शरण ली है. उसने विदाई के लिए कोर्ट से ससुरालवालों को एक नोटिस भेजा है. इस मामले की सुनवाई 19 मई को होनी है.
अंतरजातीय शादी को प्रोत्साहन देती है सरकार
अंतरजातीय विवाह करनेवाले जोड़ों को एक तरफ सरकार प्रोत्साहित करने की योजना चला रही है, वहीं उन्हें सामाजिक बंधनों के सामने मशक्कत ङोलनी पड़ रही है. न्याय के लिए जोड़े थाने व कोर्ट का चक्कर लगा रहे हैं.
यहां बता दें कि राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजना के तहत जिला कल्याण कार्यालय में आवेदन देने पर अंतरजातीय विवाह करनेवाले जोड़े को 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. वहीं केंद्र सरकार की तरफ से सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय की तरफ से ऐसे मामले में आवेदन करने पर 2.50 लाख रुपये देने का प्रावधान है.

Next Article

Exit mobile version