प्रतिनियुक्ति को लेकर संशय में निगम के दो अधिकारी
पटना . नगर निगम में प्रतिनियुक्त विधि पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद और निगरानी पदाधिकारी एसएचपी कुशवाहा की अवधि 31 मार्च तक ही थी, लेकिन नगर आयुक्त व विभाग के प्रधान सचिव के आश्वासन पर विरमित नहीं हुए. इस कारण दोनों पदाधिकारियों को अप्रैल का वेतन भी रुक गया है. 11 मई को हुई स्थायी समिति की […]
पटना . नगर निगम में प्रतिनियुक्त विधि पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद और निगरानी पदाधिकारी एसएचपी कुशवाहा की अवधि 31 मार्च तक ही थी, लेकिन नगर आयुक्त व विभाग के प्रधान सचिव के आश्वासन पर विरमित नहीं हुए. इस कारण दोनों पदाधिकारियों को अप्रैल का वेतन भी रुक गया है. 11 मई को हुई स्थायी समिति की बैठक में भी सवाल उठाया गया कि प्रतिनियुक्ति की अवधि समाप्त होने के बावजूद दो अधिकारी कैसे कार्य कर रहे हैं. दोनों पदाधिकारियों ने एक सप्ताह पहले प्रधान सचिव से मिल अपनी समस्या बतायी. प्रधान सचिव ने कहा कि प्रतिनियुक्ति अवधि में विस्तार नहीं होने पर विरमित कर दिया जायेगा. एक सप्ताह बाद भी उन्हें विरमित नहीं किया गया है. दोनों पदाधिकारियों का कहना है कि बिना विरमित हुए कैसे अपने जिला में चले गये. एक माह का वेतन रुक गया है और दूसरे माह का वेतन भी रुकने की संभावना है.