भूकंप का खौफ लोगों के दिलो-दिमाग में घर कर गया है. लगातार आ रहे भूकंप के झटका से लोग सहम गये हैं. मंगलवार की रात खौफ के साये में गुजरी तो बुधवार को भी जलजला आने का भय लोगों को सताता रहा. टीवी चैनल व मीडिया में 48 घंटे तक अलर्ट रहने की सूचना पर लोगों में भूकंप का डर बना रहा. सबसे ज्यादा खौफ उनलोगों में था, जिनके मकानों भूकंप के झटकों से दरार आ गयी है.
कार्यालय से बाहर रहे नप कर्मी
मोतीहारी : बुधवार को फिर से धरती कांपने की पूर्वानुमान को लेकर नप कर्मी कार्यालय से बाहर ही रहे. भूकंप के झटकों से क्षतिग्रस्त नगर परिषद कार्यालय भवन दीवार के जलजला आने पर गिरने का भय कर्मियों को सता रहा था. स्थिति को देखते हुए कर्मी कार्यालय में मुनासिब नहीं समझ रहे थे. इसको लेकर कर्मियों ने भवन के दूसरे तले पर ही चलंत कार्यालय खोल लिया. सेकेंड हाफ के बाद कर्मी साहस जुटा कार्यालय गये.
मधेपुरा : भूकंप के दहशत से लोगों ने मंगलवार की रात सड़कों पर बितायी. लोग घर के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. खास कर जिनके घरों में दरार आ गयी, उन्हें भय सता रहा था कि कहीं मकान गिर न जाये.
लखीसराय : मंगलवार को आये भूकंप के बाद बुधवार को भी लोग भूकंप की आशंका से सहमे रहे. लेकिन आम जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. मंगलवार को सूर्यगढ़ा के बरियारपुर और चानन में एक-एक व्यक्ति घायल हो गये थे. उनका इलाज हो चुका है.
जमुई : 12 मई की दोपहर को आये भूकंप के दो झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया है. विशेषज्ञों की आफ्टर शॉक आने की संभावना की घोषणा के बाद बुधवार को भी लोग सहमे रहे. खास कर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक लोग सजग व सहमे थे. बीते दिनों दोपहर में झटके आने के रिकॉर्ड को देख लोगों को अंदेशा लग रहा था कि दोपहर के इसी वक्त हो सकता है कि पुन: धरती हिल जाये. बीती रात्रि भी कई परिवार आशंकाओं के बीच रात गुजारा था.
पूर्णिया : पूर्णिया जिले के रानीपतरा प्रखंड में भूकंप के सदमे से दो महिला व एक पुरुष की मौत हो गयी. जिला वासी अब भी भूकंप के दहशत में हैं. लोग भूकंप की आशंका को लेकर बारी-बारी से रतजगा कर रहे हैं.
कटिहार : जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर भूकंप के झटके में घायल की मौत हो गयी है. हसनगंज प्रखंड के रामपुर पंचायत के कालीगंज पोखरिया में भूकंप आने पर भागने के क्रम में 51 वर्षीय अधेड़ इंद्रदेव महतो घायल हो गया था. उसकी मौत मंगलवार की देर शाम हो गयी.
दूसरी ओर आजमनगर प्रखंड के सालमारी वार्ड नंबर चार के निवासी श्याम सुंदर मंडल का 17 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार की मौत हो गयी. परिजनों के अनुसार युवक पहले से बीमार चल रहा था. भूकंप के वक्त अपने घर के दरवाजे पर बैठा था. भूकंप के दहशत से उसकी मौत हो गयी.
भूकंप का दहशत छह और की मौत
भागलपुर : कोसी, सीमांचल व पूर्व बिहार के जिलों में मंगलवार को आये भूकंप के बाद बुधवार को भी लोग दहशत के साये में रहे. मंगलवार रात लोगों ने रतजगा किया. कई जगहों पर मैदान में रात गुजारी. पूर्णिया जिले में भूकंप के सदमे से तीन लोगों की मौत हो गयी. वहीं जलालगढ़ में भी एक महिला की मौत हो गयी. कटिहार जिले में मंगलवार को भूकंप के दौरान घायल एक व्यक्ति की बुधवार को मौत हो गयी, जबकि एक युवक की सदमे से मौत हो गयी.
मधेपुरा में भूकंप के दहशत से लोगों ने मंगलवार की रात सड़कों पर बितायी. लोग घर के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. खास कर जिनके घरों में दरार आ गयी, उन्हें भय सता रहा था कि कहीं मकान गिर न जाये. लखीसराय में मंगलवार को आये भूकंप के बाद बुधवार को भी लोग भूकंप की आशंका से सहमे रहे. लेकिन आम जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. मंगलवार को सूर्यगढ़ा के बरियारपुर और चानन में एक-एक व्यक्ति घायल हो गये थे. उनका इलाज किया जा चुका है.
जमुई में 12 मई की दोपहर को आये भूकंप के दो झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया है. विशेषज्ञों की आफ्टर शॉक आने की संभावना की घोषणा के बाद बुधवार को भी लोग सहमे रहे. खास कर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक लोग सजग व सहमे थे. बीते दिनों दोपहर में झटके आने के रिकॉर्ड को देख लोगों को अंदेशा लग रहा था कि दोपहर के इसी वक्त हो सकता है किपुन: धरती हिल जाये. बीती रात्रि भी कई परिवार आशंकाओं के बीच रात गुजारा था. पूर्णिया जिले के रानीपतरा प्रखंड में भूकंप के सदमे से दो महिला व एक पुरुष की मौत हो गयी. जिला वासी अब भी भूकंप के दहशत में हैं. लोग भूकंप की आशंका को लेकर बारी-बारी से रतजगा कर रहे हैं. वहीं जलालगढ़ में भी एक महिला की मौत हो गयी.
कटिहार में दो अलग-अलग स्थानों पर भूकंप के झटके में घायल की मौत हो गयी है. हसनगंज प्रखंड के रामपुर पंचायत के कालीगंज पोखरिया में भूकंप आने पर भागने के क्रम में 51 वर्षीय अधेड़ इंद्रदेव महतो घायल हो गया था. उसकी मौत मंगलवार की देर शाम हो गयी. दूसरी ओर आजमनगर प्रखंड के सालमारी वार्ड नंबर चार के निवासी श्याम सुंदर मंडल का 17 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार की मौत हो गयी. परिजनों के अनुसार युवक पहले से बीमार चल रहा था. भूकंप के वक्त अपने घर के दरवाजे पर बैठा था. भूकंप के दहशत से उसकी मौत हो गयी.
एक घर से निकली तीन अर्थी
रानीपतरा (पूर्णिया). पूर्व प्रखंड की रजीगंज पंचायत अंतर्गत बड़ी मुसहरी वार्ड संख्या तीन में एक ही परिवार से तीन अर्थियां निकलीं. इसमें जवानी ऋषि (60 वर्ष) उनकी पत्नी सुकरी देवी (55 वर्ष) व उनकी मां सुगिया देवी(80 वर्ष) शामिल हैं.
शव घर लाते ही पति ने तोड़ा दम
आंधी-तूफान और भूकंप के कारण सुकरी देवी के दिल की धड़कन बढ़ गयी, जिससे वह बेहोश हो गयी. उसे मंगलवार को सदर अस्पताल पूर्णिया में भरती कराया गया, जहां इलाज के दौरान बुधवार सुबह उसकी मौत हो गयी. शव को घर लाया गया तो उसका पति जवानी ऋषि सदमे को बरदाश्त नहीं कर सका और उसकी भी मौत हो गयी. पुत्र व पुत्रवधू की मौत के सदमे को सुगिया देवी नहीं सह सकी और उसकी भी मौत हो गयी. पुत्र-पुत्रवधू व माता तीनों की अर्थियां एक साथ निकली. एक साथ एक परिवार के तीन लोगों की मौत से गांव में मातमी सन्नाटा है.
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
जवानी ऋषि के पुत्र विनोद ऋषि, पुत्रवधू व पोते-पोतियों का रो-रो कर बुरा हाल है तथा क्षेत्र में तीनों की एक साथ अर्थी निकलने की चर्चा है. एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की खबर सुन माकपा नेता राजीव कुमार सिंह रजीगंज पंचायत के बड़ी मुसहरी पहुंचे तथा शोकाकुल परिवार को दाह संस्कार के लिए आर्थिक मदद की तथा पंचायत के मुखिया दीनानाथ उरांव, पंचायत समिति सदस्य राजकुमार ऋषि, वार्ड सदस्य शंकर ऋषि आदि ने मृतक के परिजनों को सरकारी सहायता दिलाने में सहयोग का आश्वासन दिया.
जमीन फटने की अफवाह से शहर में मची अफरा-तफरी
सीवान : शहर के राजेंद्र पथ पर फतेपुर बाइपास रोड के समीप पहले जमीन में दरार पड़ी, उसके बाद जमीन के अंदर से फव्वारे के रूप में कीचड़ निकलने लगा. जमीन के अंदर से करीब तीन मिनट तक कीचड़ प्रेशर के साथ बाहर निकला. लोग इसे देखने के लिए उमड़ पड़े. इसके बाद शहर में यह अफवाह फैल गयी की जमीन फट गयी है. इससे लोग दहशत में आ गये. ग्रामीण क्षेत्रों से आये लोग यह नजारा देख कर भयभीत हो गये तथा अपना काम-काज बिना निबटाये गांव लौट गये.
जमीन फटने की अफवाह जंगल में आग की तरह पूरे जिले में फैल गयी, लेकिन किसी ने यह जानने का प्रयास नहीं किया कि ऐसा क्यों हो रहा है. थोड़ी देर में केबल बिछानेवाले कर्मचारी आये तथा जमीन खोदने लगे. उन्होंने बताया कि वे रिलायंस कंपनी का केबल बिछा रहे हैं. मशीन का पाइप लीक होने से पानी बाहर निकल रहा है. उन्होंने पाइप के लीक को बंद कर फिर मिट्टी से ढंक दिया. उन्होंने बताया कि अब पानी व कीचड़ नहीं निकलेगा. इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.