डीएम जनता दरबार. बैंक व गव्य विकास के बीच पीस रहा हुजूर…

– डीएम के जनता दरबार में की फरियादसंवाददाता, पटना … सर मैंने बेकारी के दिनों में सोचा कि सरकारी योजनाओं को लाभ उठा कर गाय ले लूं और फिर दूध बेच कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करूं, लेकिन मैं इसमें फंस गया हूं. गाय खरीदने के लिए मैंने एक बैंक से लोन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2015 1:04 PM

– डीएम के जनता दरबार में की फरियादसंवाददाता, पटना … सर मैंने बेकारी के दिनों में सोचा कि सरकारी योजनाओं को लाभ उठा कर गाय ले लूं और फिर दूध बेच कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करूं, लेकिन मैं इसमें फंस गया हूं. गाय खरीदने के लिए मैंने एक बैंक से लोन क्या लिया, जहमत उठा ली. बैंक और गव्य विकास विभाग के बीच पीस रहा हूं सर. मुझे इससे निकालिए. जवाहरपुर कोरैया गांव के अतुल कुमार यही शिकायत लेकर गुरुवार को डीएम के जनता दरबार में पहुंचे. डीएम की अनुपस्थिति में शिकायत डीडीसी डॉ राजीव कुमार ने सुनी. डीडीसी को अतुल ने कहा कि विभाग की योजनाओं के तहत मैंने गाय खरीदने की योजना बनायी. बैंक से लोन लेने के लिए आवेदन किया. बहुत मुश्किलों के बाद जाकर लोन पास हुआ. विभाग और बैंक के अधिकारियों ने खूब परेशान किया. अब बैंक बार-बार लोन चुकता करने के लिए दबाव डाल रहा है जबकि समय भी नहीं पूरा हुआ है. अब वे क्या करें? गाय बेचने के बाद ही लोन चुकता कर पाऊंगा. डीडीसी ने इस मामले की जांच करने के लिए अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिया है. अपना घर में लाभुकों के साथ नाइंसाफीपुनाईचक की राशि कला अपना घर में हो रही अनियमितताओं की शिकायत लेकर पहुंची थी. उसका कहना था कि अपना घर में नियम-कायदों को धता बताते हुए लाभुकों के साथ नाइंसाफी की जा रही है. बैरिया से शिवेंद्र धान खरीद के बाद भुगतान नहीं होने के कारण परेशान थे. फतुहा के रामजी सिंह को पड़ोसी परेशान कर रहे हैं और शास्त्रीनगर के रहनेवाले सरकारी कर्मचारी को अपने मातहत ही परेशान कर रहे हैं. इसी प्रकार की समस्याओं को लेकर 76 आवेदन कर्ता जनता दरबार में अधिकारियों से रू-ब-रू हुए.

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