पटना : बिहार में प्रवासी मजदूरों के आगमन के साथ कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि दूसरे राज्यों से वापस लौटने वाले जिन 49 प्रवासियों का परिक्षण किया गया था उनमें से 44 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.
#BiharFightsCorona of the 49 who tested covid-19 +ve yesterday,44 are migrants who have come from different parts of the country.
— Sanjay Kumar (@sanjayjavin) May 10, 2020
बता दें कि बिहार में आज यानि रविवार को 14 स्पेशल ट्रेनों से 17,054 प्रवासी मजदूर आने वाले हैं. वहीं शनिवार को 12 ट्रेन से 14,245 प्रवासी दूसरे राज्यों से बिहार पहुंच चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने शनिवार को बताया था कि राज्य में अब तक कुल 96 प्रवासी मजदूर संक्रमित मिल चुके हैं. बिहार सरकार के सूचना जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार के अनुसार राज्य में 178 आपदा राहत केंद्र चलाये जा रहे हैं, जिसका लाभ 70 हजार लोग उठा रहे हैं. प्रखंड स्तर पर 3407 क्वारेंटिन सेंटर में 72 हजार सात सौ 97 लोग आवासित हैं. लाकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के 19 लाख 55 हजार 4 सौ 26 आवेदकों के खाते में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता की हजार रुपये की राशि भेज दी गयी है. उन्होंने बताया कि एक करोड़ 24 लाख राशनकार्डधारी परिवारों के खाते में हजार रुपये की सहायता राशि भेज दी गयी है.
वहीं, बिहार में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. रविवार को राज्य में 18 और कोरोना मरीज मिले, जिससे बिहार में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 629 हो गयी है. इन 18 मरीजों में मधेपुरा से सर्वाधिक सात मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार रविवार को बिहार के पांच जिलों से 18 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. इन मरीजों में सबसे अधिक सात मधेपुरा से हैं, वहीं सहरसा और दरभंगा से दो – दो मरीज. अररिया और बेगूसराय से एक-एक मरीज मिलने की पुष्टि हुई है. आज मिले मरीजों में मधेपुरा के पुरैनी में रहने वाले 10 और 13 वर्षीय बच्चे भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.