कस्तूरबा बालिका विद्यालय से जुड़ेंगी नि:शक्त छात्राएं

– शिक्षा से जोड़ने की पहलसंवाददाता, पटनानि:शक्त बच्चियों को सशक्त करने के उद्देश्य से उन्हें शिक्षित किया जा रहा है. उनका नामांकन कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय में कराया जा रहा है. नामांकन के जरिये उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है. इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत संचालित कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालयों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2015 10:04 PM

– शिक्षा से जोड़ने की पहलसंवाददाता, पटनानि:शक्त बच्चियों को सशक्त करने के उद्देश्य से उन्हें शिक्षित किया जा रहा है. उनका नामांकन कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय में कराया जा रहा है. नामांकन के जरिये उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है. इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत संचालित कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालयों में यह व्यवस्था की गयी है. इन जिलों में लिया जा रहा नामांकन सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, बेतिया, दरभंगा, गया, रोहतास, भोजपुर, कैमूर, किशनगंज, सुपौल, बांका व जमुई जिलों में संचालित 107 विद्यालयों में नि:शक्त बेटियों का नामांकन लिया जा रहा है. जल्द ही अन्य जिले के बालिका कस्तूरबा बालिका विद्यालय में नि:शक्त बच्चियों का नामांकन लिया जायेगा. हर विद्यालय में 8 से 10 नि:शक्त बच्चियों का नामांकन लिया जाना है ताकि अधिक-से-अधिक नि:शक्त बच्चे शिक्षित हो सकें. इसके लिए महिला समाख्या लोगों को जागरूक कर रही है. हर ब्लॉक में वैसी बच्चियों को चिह्नित कर उनका नामांकन करा रही हैं जहां बच्चियों को पहली से लेकर आठवीं कक्षा तक शिक्षा दी जा रही है. इसके अलावा उन्हें शिक्षित करने के साथ-साथ अन्य विधाओं से जोड़ा जाना है. इसके लिए उन्हें पेेंटिंग, सिलाई व कंप्यूटर का भी प्रशिक्षण दिया जाना है. कोट नि:शक्त लड़कियों को सशक्त करने के उद्देश्य से शिक्षित किया जा रहा है. उन्हें कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय से जोड़ा जा रहा है. इसके लिए पटना जिला के स्कूलों को भी निर्देश दिया गया है ताकि नि:शक्त छात्राएं आवासीय विद्यालय में रह कर पढ़ाई कर सकें.चंद्रशेखर कुमार, डीइओ, पटना.

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