गया के किसान ने आत्महत्या की, साबित करें सुशील मोदी : संजय
संवाददाता, पटना जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने भाजपा नेता सुशील मोदी को चुनौती है कि वह साबित करें कि गया में जिस किसान की मौत हुई है उसने आत्महत्या की है. बिहार में अब किसी की प्राकृतिक मौत भी हो रही है तो उसके लिए वो बिहार सरकार को जिम्मेवार मानने […]
संवाददाता, पटना जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने भाजपा नेता सुशील मोदी को चुनौती है कि वह साबित करें कि गया में जिस किसान की मौत हुई है उसने आत्महत्या की है. बिहार में अब किसी की प्राकृतिक मौत भी हो रही है तो उसके लिए वो बिहार सरकार को जिम्मेवार मानने लगते हैं. गया में भरत शर्मा नाम के किसान की मौत एक हादसा था और सुशील मोदी उस हादसे को आत्महत्या का रूप देने पर तुले हैं. सुशील मोदी जिस तरह की हरकत कर रहे हैं उससे बिहार की छवि पर असर पड़ रहा है और सुशील मोदी यही चाहते भी हैं. सुशील मोदी गया के किसान की मौत को आत्महत्या का प्रमाण दे या फिर 24 घंटे के अंदर बिहार की जनता से माफी मांगे और अपने सार्वजनिक जीवन को त्याग दें. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी बताएं कि एक अपवाद को छोड़ कर बिहार में कितने किसानों ने आत्महत्या की है. बिहार में कभी किसानों ने आत्महत्या नहीं की है ये तो वो बीमारी है जो भाजपा शासित राज्यों से आ रहा है. बिहार सरकार ने मनेर के किसान के परिजनों का जीवन सुरक्षित किया है. चार लाख का फिक्स डिपोजिट के साथ उनके परिवार को पेंशन योजना और तत्काल में एक लाख रुपये भी दिया गया. जदयू के प्रवक्ता ने कहा कि बक्सर, भोजपुर, जमुई, मोतिहारी व सीतामढ़ी में भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में गेंहू की उपलब्धता नहीं है. इस पर बिहार सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्यान्न वितरण में बाधा न हो इसको लेकर केंद्रीय खाद्य व जन वितरण मंत्री रामविलास पासवान को पत्र लिखा है.