सांईं हॉस्पिटल में बैलून काइफोप्लास्टि सर्जरी

संवाददाता,पटनाएम्स के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ महेश कुमार ने सांईं हॉस्पिटल में पहली बार बैलून काइफोप्लास्टि से सफल सर्जरी की है. यह बीमारी अधिक उम्र के पुरुष व महिलाओं में होती है और सर्जरी के जरिये रोगी को शीघ्र ठीक कर चलाया जा सकता है. ये बातें सोमवार को हॉस्पिटल के निदेशक डॉ आशुतोष कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2015 10:04 PM

संवाददाता,पटनाएम्स के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ महेश कुमार ने सांईं हॉस्पिटल में पहली बार बैलून काइफोप्लास्टि से सफल सर्जरी की है. यह बीमारी अधिक उम्र के पुरुष व महिलाओं में होती है और सर्जरी के जरिये रोगी को शीघ्र ठीक कर चलाया जा सकता है. ये बातें सोमवार को हॉस्पिटल के निदेशक डॉ आशुतोष कुमार ने कहीं. उन्होंने बताया कि बैलून काइफोप्लास्टि से मात्र एक सेमी का चीरा लगा कर टूटी हड्डी को अपनी जगह पर ला कर इसमें बोन सीमेंट डाला जाता हैं, जिससे हड्डी मजबूत होकर अपने पहले वाली स्थिति में आ जाती है. इससे जुड़ी तकनीकी सामान बिहार में नहीं मिलते हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली व मुंबई जैसे शहरों में इलाज जहां महंगा है, वहीं बिहार में हुए ऑपरेशन से साढ़े तीन घंटे का समय लगता है. डॉ सिंह ने कहा कि कमजोर रीढ़ की हड्डी व फै्रक्चर होने पर स्पाइनल कोर्ड खराब होने की संभावना बढ़ जाती है.

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