कैसे चलेगी महेश्वर के परिवार की गाड़ी

संवाददाता, दिघवारादीघा-पहलेजा रेल सह सड़क पुल पर कार्य करने के क्रम में फिसल कर तेज प्रवाह वाली गंगा नदी में गिर जाने से महेश्वर की मौत हो जाने से परिजनों व लोगों को चिंता सताने लगी. गांववालों के अनुसार, महेश्वर पिछले कई वर्षों से पुल के निर्माण कार्य में रिपीट वर्कर का काम करता था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2015 7:04 PM

संवाददाता, दिघवारादीघा-पहलेजा रेल सह सड़क पुल पर कार्य करने के क्रम में फिसल कर तेज प्रवाह वाली गंगा नदी में गिर जाने से महेश्वर की मौत हो जाने से परिजनों व लोगों को चिंता सताने लगी. गांववालों के अनुसार, महेश्वर पिछले कई वर्षों से पुल के निर्माण कार्य में रिपीट वर्कर का काम करता था. बाद में उसका बड़ा बेटा दिलीप व छोटा भाई कृष्णा राय भी उसी पुल में रिपीट वर्कर के तौर पर कार्यरत हुआ. गांव वालों के अनुसार, महेश्वर व्यवहार कुशल इनसान था. उसकी मौत के बाद परिजनों से लेकर ग्रामीण सदमे में दिखे एवं हर कोई यही चर्चा करते दिखा कि अब महेश्वर के परिवार की गाड़ी कैसे चलेगी, क्योंकि वही परिवार की आमदनी का मुख्य स्रोत था एवं उसी की आमदनी से पत्नी राधिका, मां ध्रुवपति, बेटा दिलीप, सोनू, डेबी, कन्हैया व गोलू समेत बेटी अमृता का पेट भरता था. अपने जीवनकाल में वह अपनी एकमात्र एक बेटी अमृता की शादी नहीं कर सका.

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