मगध विवि के 12 प्राचार्यो सहित 25 पर मुकदमा
पटना : मगध विश्वविद्यालय में 12 प्राचार्यो की नियुक्ति के मामले में निगरानी ने मंगलवार अपनी खास रिपोर्ट बंद लिफाफे में पटना हाइकोर्ट में पेश की. रिपोर्ट की पड़ताल करने के बाद इस पर सुनवाई करते हुई न्यायाधीश अजय कुमार त्रिपाठी ने मामले को गंभीर बताते हुए सभी 25 आरोपितों पर निगरानी कोर्ट में एफआइआर […]
पटना : मगध विश्वविद्यालय में 12 प्राचार्यो की नियुक्ति के मामले में निगरानी ने मंगलवार अपनी खास रिपोर्ट बंद लिफाफे में पटना हाइकोर्ट में पेश की. रिपोर्ट की पड़ताल करने के बाद इस पर सुनवाई करते हुई न्यायाधीश अजय कुमार त्रिपाठी ने मामले को गंभीर बताते हुए सभी 25 आरोपितों पर निगरानी कोर्ट में एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया.
साथ ही निगरानी को सभी आरोपितों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन महीने के अंदर कोर्ट में इसकी चाजर्शीट दायर करने को कहा है. कोर्ट ने मामले की अंतिम सुनवाई के लिए तीन अगस्त 2015 विवि के तत्कालीन कुलपति प्रो अरुण कुमार के कार्यकाल में इन प्राचार्यो की नियुक्ति की गयी थी. कोर्ट ने सख्त लहजे में सभी आरोपितों पर तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया है. जिन 25 आरोपितों पर मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें तत्कालीन वीसी प्रो अरुण कुमार के अलावा चयन समिति के सभी पांच सदस्य, मगध विवि के चार पदाधिकारी और गलत तरीके से नियुक्त हुए सभी 12 दोषी प्राचार्य शामिल हैं.हाइकोर्ट की इस फैसले के बाद अब निगरानी सभी आरोपितों की गिरफ्तारी तेजी से शुरू कर देगा.
चयन समिति सभी छह सदस्य पर एफआइआर : चयन समिति के अध्यक्ष तत्कालीन कुलपति प्रो अरुण कुमार के अलावा पांच सदस्य हैं. इसमें कुमारेश (रजिस्ट्रर, बीएन मंडल विवि), बालेश्वर पासवान (राज्यपाल के मनोनीत सदस्य और वीर कुंवर सिंह विवि के कॉमर्स विभाग में), श्रीकांत शर्मा (प्रिंसिपल, टीपीएस कॉलेज), दुर्गा प्रसाद गुप्ता (नयी दिल्ली स्थित जामिया मिलिया विवि में प्रोफेसर) और नरेंद्र कुमार (लखनऊ स्थित भीमराव आंबेडकर विवि में प्रोफेसर) के नाम हैं.
ये चार विवि पदाधिकारी भी नपे : डीके यादव (मगध विवि के पूर्व रजिस्ट्रार), शमशुल इस्लाम (मगध विवि के पूर्व मीटिंग इंचाजर्) मो. फहीम (डिप्टी रजिस्ट्रार) और उमापति नाथ सहाय (क्लर्क, मगध विवि).
गलत तरीके से नियुक्त हुए प्राचार्य भी फंसे
प्रवीण कुमार (बीएस कॉलेज, दानापुर), डॉ पूनम (कॉलेज ऑफ कॉमर्स, अर्थशास्त्र विभाग), प्रो वेद प्रकाश चतुव्रेदी (कॉलेज ऑफ कॉमर्स, अंगरेजी विभाग), डीपी सिन्हा (राजनीति शास्त्र, मगध विवि), एसपी शाही (राजनीति शास्त्र, एएन कॉलेज), डॉ उपेंद्र प्रसाद सिंह (एचडी जैन कॉलेज, आरा), डॉ. इंद्रजीत प्रसाद राय (कॉमर्स विभाग, राजेंद्र कॉलेज, छपरा), सुधीर कुमार मिश्र (रसायन शास्त्र, राजेंद्र कॉलेज, छपरा), रेखा कुमारी (मगध विवि की पटना शाखा में लाइजनिंग ऑफिसर), डॉ. शीला सिंह (महिला कॉलेज, औरंगाबाद), डॉ अरुण कुमार रजक (वनस्पति शास्त्र, गया कॉलेज) और डॉ दरबीर सिंह (गुरु गोविंद सिंह कॉलेज, पटना सिटी). इनके अलावा भी तीन प्राचार्य शामिल हैं. इनकी बहाली भविष्य में होनेवाली नियुक्ति के आधार पर हुई थी. यानी 12 कन्फर्म बहाली के अलावा तीन की नियुक्ति आगे के लिए सुरक्षित रख दी गयी थी.