प्रशासनिक उपेक्षा से नहीं बन सका एनएच-82 का पुल

फोटो 19 बीआईएच09 का कैप्सन: अस्थावां प्रखंड के जाना गांव के पास क्षतिग्रस्त पुल. बरसात में फिर होगी यात्रियों की फजीहतअस्थावां . प्रखंड क्षेत्र के जाना गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग -82 पर महीनों से टूटा पुल यात्रियों व वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है. विदित हो कि पिछले वर्ष आयी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2015 4:03 PM

फोटो 19 बीआईएच09 का कैप्सन: अस्थावां प्रखंड के जाना गांव के पास क्षतिग्रस्त पुल. बरसात में फिर होगी यात्रियों की फजीहतअस्थावां . प्रखंड क्षेत्र के जाना गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग -82 पर महीनों से टूटा पुल यात्रियों व वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है. विदित हो कि पिछले वर्ष आयी बाढ़ में यह पुल ध्वस्त हो गया था,जिसका निर्माण अब तक नहीं कराया जा सका है. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा उन्हीं दिनों डायवर्सन का निर्माण करा कर यातायात बहाल कर दिया गया था. तब से लगभग आठ माह बीतने के बावजूद स्थिति जस का तस है. लोगों को अब यह आशंका सताने लगी है कि इस बरसात में डायवर्सन के सहारे आवागमन कब तक बहाल रह सकेगा. यदि इस बार भी अच्छी बारिश हुई तो डायवर्सन टिकने वाला नहीं है. जबकि शेखपुरा,लखीसराय,मोकामा,भागलपुर,मुंगेर आदि को जोड़ने वाला यह प्रमुख मार्ग है. डायवर्सन के टूटने पर यात्रियों तथा वाहनों को रूट बदल कर यात्रा करनी पड़ेगी. जिससे परेशानी के साथ खर्च भी बढ़ेगा. इस संबंध में जाना पंचायत के मुखिया शौकत रजा ने कहा कि पुल निर्माण के लिए उनके द्वारा प्रखंड से लेकर जिला कार्यालय तक में आवेदन दिया गया है, लेकिन अब तक इसकी कोई सुध लेने वाला नहीं है. इससे स्थानीय लोगों के साथ अन्य जिले के लोगों की भी परेशानी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि जब तक कोई बढ़ा हादसा नहीं होता है. तब तक प्रशासन की नजर उस पर नहीं पड़ती है. इस संबंध में बीडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि जिला स्तरीय मीटिंग में पुल निर्माण की बात रखी गयी है. लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग का मामला होने के कारण इस पर जिला से भी निर्णय लेना मुश्किल है.

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