इंटरमीडिएट साइंस के रिजल्ट में उछाल, पटना मेरिट से बाहर

पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटरमीडिएट साइंस के रिजल्ट के सीन को फिर एक बार ओएमआर शीट ने बदल दिया है. पिछले साल जहां ओएमआर शीट हटा दिये जाने से रिजल्ट काफी खराब हुआ था, वहीं इस बार ओएमआर शीट के कारण रिजल्ट में भारी उछाल आयी है. बुधवार को जारी इंटर साइंस के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2015 6:55 AM

पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटरमीडिएट साइंस के रिजल्ट के सीन को फिर एक बार ओएमआर शीट ने बदल दिया है. पिछले साल जहां ओएमआर शीट हटा दिये जाने से रिजल्ट काफी खराब हुआ था, वहीं इस बार ओएमआर शीट के कारण रिजल्ट में भारी उछाल आयी है. बुधवार को जारी इंटर साइंस के रिजल्ट में 88.97 प्रतिशत विद्यार्थियों को सफलता मिली है, जो पिछली बार से 22.96 प्रतिशत अधिक है. 2014 में सिर्फ 66.01 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए थे. इस बार असफल परीक्षार्थियों का प्रतिशत मात्र 9.98 है, वहीं 4414 विद्यार्थी का रिजल्ट पेंडिंग है. 49.17 प्रतिशत परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, जबकि 38.91 प्रतिशत द्वितीय श्रेणी में पास हुए हैं. तृतीय श्रेणी से पास होनेवाले सिर्फ 0.73 फीसदी हैं.

टॉप 10 की सूची में 40 विद्यार्थियों ने अपनी जगह बनायी है, जिनमें 27 लड़के, जबकि 13 लड़कियां हैं. टॉप 10 में जगह बनानेवाले विद्यार्थियों ने 84 फीसदी से लेकर 85.80 फीसदी तक अंक हासिल किये हैं. टॉपर सूची में नवादा जिले का जलवा रहा है. इस जिले से 14 विद्यार्थियों को जगह मिली है. इसी तरह बेगूसराय और समस्तीपुर जिले के आठ-आठ विद्यार्थी शामिल हैं. सबसे आश्चर्यजनक बात रही कि टॉपर सूची में पटना का एक भी बच्च शामिल नहीं हो सका है. नवादा के वारसलीगंज स्थित एसजीबीके साहू इंटर कॉलेज के सबसे अधिक छात्र सफल हुए. इस जिले के डॉ गंगा रानी सिन्हा कॉलेज और कृषक कॉलेज धेवधा पकरीबरावां के छात्रों ने भी टॉपर सूची में जगह बनायी है. इसी तरह, बेगूसराय से एसएस 108 एमआरजेडीआइ कॉलेज विष्णुपुर व एसएनआर कॉलेज चमथा, जबकि समस्तीपुर से विद्यापति प्लस टू हाइस्कूल.

मुबाजितपुर के कई छात्रों को टॉपरों में जगह बनाने में सफलता मिली है. दोपहर तीन बजे शिक्षा मंत्री पीके शाही ने समिति की वेबसाइट पर इंटरमीडिएट साइंस के रिजल्ट को जारी किया. इस मौके पर श्री शाही ने बताया कि इस बार इंटर साइंस में 6,24,662 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इनमें 5, 55,769 परीक्षार्थी को सफलता मिली है. असफल छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है. उन्हें अपना प्रयास जारी रखना चाहिए. रिजल्ट की घोषणा के समय समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह, सचिव श्रीनिवास चंद्र तिवारी, उप सचिव सचिन्द्र कुमार आदि मौजूद थे. इस बार समिति की ओर से एसएमएस से भी रिजल्ट प्राप्त करने की सुविधा विद्यार्थी को दिया गया था.

छात्रों को पीछे छोड़ छात्राएं निकली आगे

इंटर साइंस की परीक्षा में भले छात्र अधिक शामिल हुए हों. लेकिन, रिजल्ट में छात्राओं ने छात्रों को पीछे छोड़ दिया. पूरे प्रदेश से 1, 58, 615 छात्र परीक्षार्थी शामिल हुई थीं. इसमें 1,42,938 (90.11 परसेंट) छात्राओं को सफलता मिली हैं. वहीं छात्र परीक्षार्थी में पास करनेवालों का कुल प्रतिशत 88,58 रहा. इंटर साइंस में छात्र परीक्षार्थी की कुल 4,66,047 संख्या रही. लेकिन इसमें 4,12,831 छात्र को ही सफलता मिली. इंटर साइंस के रिजल्ट में एक बार फिर छात्रों ने बाजी मारी.

एक साल में रिजल्ट में आयी भारी उछाल

पिछले चार साल की बात करें, तो इंटर साइंस के रिजल्ट में उतार-चढ़ाव आता रहा है. चार साल पहले इंटर की परीक्षा में ओएमआर शीट सिस्टम की शुरुआत की गयी थी. इससे उत्तीर्ण छात्रों की संख्या में काफी इजाफा हुआ था. लेकिन 2014 में ओएमआर शीट को बोर्ड ने बंद कर दिया. इससे उत्तीर्ण छात्रों की संख्या काफी कम हो गया. प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण होने की बात करें, तो सबसे अधिक द्वितीय श्रेणी में छात्र सफल रहे. द्वितीय श्रेणी में 44.74 प्रतिशत छात्रों को सफलता मिली है. लेकिन 2015 सत्र के के इंटर साइंस के रिजल्ट की बात करें, तो इस बार उत्तीर्ण परीक्षार्थी की संख्या काफी अधिक हुई है.

टॉपर लिस्ट प्रोविजनल,15 दिनों में होगी रिवाइज

पहली बार समिति की ओर से इंटर साइंस के रिजल्ट के साथ प्रोविजनल टॉपर लिस्ट जारी की गयी है. यह लिस्ट 15 दिनों के बाद समिति द्वारा रिवाइज की जायेगी. 4414 परीक्षार्थी का रिजल्ट पेंडिग है. ऐसे में टॉपर लिस्ट में बदलाव न हो जाएं, इस कारण अभी प्रोविजनल टॉपर लिस्ट ही जारी की है . समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि 15 दिनों में पेंडिंग रिजल्ट को क्लियर कर लिया जायेगा. इसके बाद दुबारा टॉपर लिस्ट निकाली जायेगी.

26 को कॉमर्स व 30 को आयेंगे आर्ट्स व वोकेशनल के रिजल्ट

इंटरमीडिएट कॉमर्स 26 मई को आयेगा, जबकि आर्ट्स का रिजल्ट 30 मई को जारी किया जायेगा. यह घोषणा बुधवार को इंटर साइंस का रिजल्ट जारी करते हुए शिक्षा मंत्री ने की. आर्ट्स के रिजल्ट के साथ ही वोकेशनल कोर्स का भी रिजल्ट घोषित किया जायेगा.

कार्ययोजना बना कर तैयारी साबित हुई वरदान

समस्तीपुर. इंटरमीडिएट साइंस के टॉप टेन सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र विकास कुमार सिंह ने बताया कि कड़ी मेहनत और कार्ययोजना बनाकर परीक्षा की तैयारी करना उनके लिए वरदान साबित हुआ. छात्र विकास ने छात्रों को स्वाध्याय का मूल मंत्र देते हुए कहा कि अपने बौद्धिक स्तर के अनुरूप विषयवार रुटीन बना कर तैयारी की जाये तो सफलता खुद व खुद कदम चुमती है. तीन भाई बहनों में सबसे छोटे विकास से परिवार को काफी उम्मीद थी. जिस पर वे शत प्रतिशत खरा उतरे. व्यवसायी राजेश कुमार सिंह व गृहणी रंजू देवी ने बताया कि विकास बचपन से ही पढ़ने के प्रति काफी सजग था. फिलवक्त विकास कोटे में नामांकन लेकर इंजीनियरिंग की तैयारी में जुटा है.

क्या कर रहे हैं 2014 के टॉपर

फर्स्‍ट टॉपर: अभिनव सुमन

2014 में उन्हें बिहार मेडिकल में सफलता मिली थी, लेकिन रैंक कम होने के कारण नामांकन नहीं लिया. एक साल से जयपुर में रह कर मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. इस साल एआइपीएमटी में सफलता की उम्मीद है. अभिनव ने बताया कि मैं मेडिकल के क्षेत्र में रिसर्च करना चाहता हूं.

सेकेंड टॉपर : रवीश कुमार

इन दिनों बीट्स पिलानी, राजस्थान में मैकैनिकल ब्रांच से बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं. इंजीनियरिंग करने के बाद रविश कुमार आइएएस की भी तैयारी करना चाहते हैं. रवीश का कहना है कि बिहार इंटर साइंस के परीक्षा पैटर्न के साथ सिलेबस भी चेंज होना चाहिए.

थर्ड टॉपर : रोहित रंजन

जेइइ मेन की मेरिट लिस्ट में चयनित होने पर एनआइटी कुरुक्षेत्र, हरियाणा में एडमिशन लिया. वे वहां सिविल ब्रांच से बीटेक कर रहे हैं. रोहित का सपना देश की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार करना है, जिससे कि देश में कहीं भी आने-जाने में लोगों को सहुलियत मिले.

Next Article

Exit mobile version