नीतीश-लालू-मुलायम के संभावित मुलाकात के बाद क्या महाविलय पर लगेगी मुहर ?
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के गुरुवार को दिल्ली पहुंचने के साथ ही सियासी हलकों में यह सवाल एक बार फिर जोर पकड़ने लगा कि क्या सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के आवास पर इन दोनों नेताओं की संभावित बैठक के दौरान महाविलय में आ रही अड़चनों को […]
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के गुरुवार को दिल्ली पहुंचने के साथ ही सियासी हलकों में यह सवाल एक बार फिर जोर पकड़ने लगा कि क्या सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के आवास पर इन दोनों नेताओं की संभावित बैठक के दौरान महाविलय में आ रही अड़चनों को दूर करके इसपर अंतिम रूप से मुहर लग पायेगी. जानकारी के मुताबिक दिल्ली प्रवास के दौरान इन दोनों नेताओं की सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के आवास पर मुलाकात की संभावना है. इस दौरान यह कयास लगाया जा रहा है कि महाविलय पर मुहर लग सकती है.
जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार एवं लालू प्रसाद दिल्ली में एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद महाविलय के संबंध में सपा मुखिया के आवास पर एक बैठक में शामिल होंगे. संभावना जतायी जा रही है कि कल 22 मई को ये दोनों नेता सपा मुखिया मुलायम सिंह के आवास पर उनसे मुलाकात करने के साथ ही महाविलय के संबंध में गंभीर चर्चा करेंगे. बिहार विधानसभा सभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही गठबंधन को लेकर सियायत तेज हो गयी है. बीते दिनों महाविलय पर राजनीतिक गलियारों में जम कर बयानबाजी भी देखी गयी. ऐसे में जदयू व राजद के प्रमुख नेताओं पर महाविलय के संबंध में स्थिति स्पष्ट करने का दबाव भी है.
इसी कड़ी में एक समारोह में शामिल होने पटना पहुंचे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव से बुधवार को बिहार सरकार के मंत्रियों व नेताओं के मिलने का तांता लगा रहा. राजकीय अतिथिशाला में बिहार सरकार के कई मंत्री शरद यादव से मिलने पहुंचे और विलय की प्रक्रि या को जल्द से जल्द पूरी करने की मांग की. मंत्री-विधायकों ने साफ कहा कि अब विधानसभा चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं बचा है. चुनाव आयोग ने भी सितंबर-अक्तूबर में विधानसभा चुनाव कराने के भी संकेत दे दिये हैं.
इससे पहले पहले सपा नेता रामगोपाल यादव व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बयान के बाद जहां विलय की कम और गंठबंधन की संभावना ज्यादा दिखने लगी थी, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विलय में किसी भी प्रकार की तकनीकी अड़चन से इनकार करने के बाद फिर से विलय की संभावना नजर आने लगी है.
सूत्रों की मानें तो दिल्ली में तीनों प्रमुख राजनेताओं की संभावित बैठक के दौरान जदयू-राजद-सपा समेत छह राजनीतिक दलों के विलय प्रक्रि या में नयी पार्टी, झंडा व सिंबल तय किये के संबंध में आ रही अड़चनों पर विचार किया जा सकता है. विलय के लिए जिस प्रकार शरद यादव और नीतीश कुमार आशान्वित हैं उसी प्रकार जदयू के नेता व कार्यकर्ता भी आशान्वित हैं. उधर, बीते दिनों जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद केसी त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद राजनीतिक अनुभवी नेता हैं. बिहार विधानसभा चुनाव का नतीजा देश की राजनीति को प्रभावित करेगा. इसलिए कुछ लोगों द्वारा यह अफवाह फैलायी जा रही कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद में सब कुछ ठीक नहीं है और दोनों के संबंध में खटास है. उन्होंने कहा कि नये जनता परिवार की कोर कमेटी की बैठक जल्द होने वाली है. इसको लेकर शरद यादव और नीतीश कुमार ने मुलायम सिंह यादव से बात की है. इस बैठक में सारी बातों का निदान निकल जायेगा. विलय में क्या तकनीकी अड़चन आ रही है? इससे क्या परेशानी हो सकती है? किसकी क्या राय है? इस पर विस्तार से बातचीत होगी.