संवाददाता,
पटना: राजधानी में जेठ की तपिश चरम पर है. न घर के भीतर सुकून है और न बाहर. सूरज सुबह से ही आग बरसा रहा है, लू के थपेड़े से हर खास और आम परेशान दिखते है. गुरुवार को राजधानी का पारा 41.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा, जो इस सीजन का अब तक का सबसे गरम दिन माना जा रहा है. देश के पश्चिमी हिस्से से आने वाली गरम पछुआ बयार की मार ऐसी थी कि लोग परेशान हो उठे. शाम को भी सुकून नहीं मिला. मौसम विभाग का अनुमान भी डरा रहा है. मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि फिलहाल बारिश की कोई संभावना नहीं है, जिससे राहत मिल सके. पिछले दो दिनों से सूरज की तपिश हलकान कर रही है. गुरुवार को स्थिति रही कि दिन में बाजार में रौनक नहीं रही.
गरमी का असर राहगीरों पर सबसे ज्यादा दिखा. कड़ी धूप व ऊमस में घर से बाहर निकले लोग छतरी के सहारे दिखे या फिर गमछे या स्टोल से मुंह ढके हुए थे. गरमी से बेहाल लोग पानी की भी तलाश करते दिखे. चौराहा पर ड्यूटी करता सिपाही एवं वाहनों का इंतजार करते लोग गरमी से बेहाल हो रहे हैं. कोई धूप से बचने के लिए दुकानों में बने शेड की आड़ में खड़ा होने का प्रयास कर रहा था,तो कोई सिर पर गमछा एवं आंखों में चश्मा लगा कर धूप से बच रहा था. मौसम विभाग पटना के निदेशक एके सेन के बताया कि हवा में नमी कम होने के कारण परेशानी हो रही है. वेस्टर्न पार्ट से ड्राइ एयर से तपिश ज्यादा महसूस हो रही है. अगले दो-तीन दिनों तक पारा 42 के आसपास रहेगा. बारिश की भी संभावना नहीं है. सोमवार को पारा 43 डिग्री तक पहुंच जायेगा. लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है.
बिजली कटौती भी निकाल रही ‘पसीना’:
गुरुवार को कई मुहल्लों में घंटों बिजली गुल रही. बुधवार की आधी रात मौर्य लोक में केबल क्रश करने से बिजली कट गयी. इस कारण अदालतगंज का पूरा इलाका गरमी में परेशान रहा. दो घंटे के बाद फॉल्ट ठीक भी हुआ,तो वहां लो वोल्टेज की समस्या हो गयी. लोगों ने इसकी शिकायत भी की. गुरुवार को दिन में स्थिति सुधरी. इधर,कंकड़बाग में फीडर से 12 से 2 बजे के बीच बिजली काट दी गयी. अशोक नगर में तार सटने से बिजली नहीं रही और फुलवारी में तार गिरने से डेढ़ घंटे बिजली नहीं मिली. महेंद्रू और पटना विश्वविद्यालय इलाके में भी दोपहर में दो घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही. बुद्ध मार्ग में भी लोगों को एक घंटे तक बिजली नहीं मिली. खासमहल इलाके में भी कुछ कार्यो के कारण चिरैयाटांड़ इलाके में करीब एक घंटे बिजली गुल रही.