ट्रेनिंग कॉलेजों की बनेगी नयी बिल्डिंग, संसाधनों से होंगे परिपूर्ण
ट्रेनिंग कॉलेजों के लिए वर्ल्ड बैंक देगा 2,150 करोड़85 फीसदी राशि ट्रेनिंग कॉलेजों के इन्फ्रास्ट्रक्चर और 15 फीसदी राशि शिक्षकों के प्रशिक्षण में होगा खर्चसंवाददाता, पटनाबिहार के वैसे ट्रेनिंग कॉलेज, जिनके भवनों की हालत खस्ता हो गयी है उसके नये भवन का निर्माण किया जायेगा. साथ ही सभी ट्रेनिंग कॉलेजों को संसाधनों से परिपूर्ण भी […]
ट्रेनिंग कॉलेजों के लिए वर्ल्ड बैंक देगा 2,150 करोड़85 फीसदी राशि ट्रेनिंग कॉलेजों के इन्फ्रास्ट्रक्चर और 15 फीसदी राशि शिक्षकों के प्रशिक्षण में होगा खर्चसंवाददाता, पटनाबिहार के वैसे ट्रेनिंग कॉलेज, जिनके भवनों की हालत खस्ता हो गयी है उसके नये भवन का निर्माण किया जायेगा. साथ ही सभी ट्रेनिंग कॉलेजों को संसाधनों से परिपूर्ण भी किया जायेगा, ताकि यहां से प्रशिक्षण लेने वाले लोगों को उच्च कोटि की शिक्षा दी जा सके. यह सब काम वर्ल्ड बैंक से मिलने वाली राशि से किया जायेगा. वर्ल्ड बैंक ने बिहार के ट्रेनिंग कॉलेजों के इन्फ्रास्ट्रक्चर और शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए 2,150 करोड़ रुपये लोन के रूप में देने जा रहा है. विश्व बैंक के आइडिया बैंक 2015 से 2020 तक यह राशि पांच किस्तों में देगा. पहली किस्त की राशि का काम पूरा होने के बाद ही दूसरी किस्त मिलेगी. जो भी पहली किस्त होगी, उसका 30 फीसदी राशि एडवांस के रूप में ली जा सकती है. इसकी जानकारी शोध व प्रशिक्षण निदेशालय के निदेशक निकुंज नारायण ने दी. उन्होंने बताया कि वर्ल्ड बैंक की ओर से दिये जानेवाले लोन का 85 फीसदी हिस्सा ट्रेनिंग कॉलेजों के इन्फ्रास्ट्रक्चर में और 15 फीसदी हिस्सा शिक्षकों के प्रशिक्षण में खर्च किया जायेगा. शिक्षकों को ट्रेनिंग एससीइआरटी देगा. ट्रेनिंग कॉलेजों को कंप्यूटर, लाइब्रेरी समेत सारे संसाधनों से लैस किया जायेगा. उन्होंने बताया कि यह योजना 2014-19 तक चलनी थी, लेकिन पिछले साल सहमति नहीं बन सकी. पिछले 23 अप्रैल को ही बिहार सरकार और वर्ल्ड बैंक के बीच लोन के लिए टर्म एंड कंडीशन पर सहमति बन गयी थी. आपको बता दें कि बिहार में छह बीएड कॉलेज समेत कुल 66 डायट व प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय हैं.