पटना: शुक्रवार को हुए लाठीचार्ज के विरोध में शनिवार को विद्युतकर्मियों ने जम कर हंगामा किया. सैकड़ों कर्मियों ने विद्युत भवन का कामकाज पूरी तरह ठप रखा. करीब सात घंटे तक भवन परिसर में हंगामा-प्रदर्शन चलता रहा. सीएमडी सह ऊर्जा सचिव संदीप पौंड्रिक व डीएम डॉ एन सरवण कुमार के लाख समझाने के बावजूद विद्युतकर्मी नहीं माने. करीब 10.45 बजे पौंड्रिक पहुंचे. मगर उन्हें भवन में घुसने नहीं दिया गया. तमाम कर्मी उन्हें घेर कर खड़े हो गये. ऊर्जा सचिव के पीछे-पीछे डीएम भी आये. दोनों अधिकारियों ने घंटे भर खड़े रह कर प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश की, मगर कोई सुनने को तैयार नहीं था. इस दौरान यूनियनों के तमाम नेता गायब दिखे.
अफवाह से बढ़ा तनाव
बातचीत के दौरान ही पिटाई में घायल हुए तीन कर्मियों की मौत की अफवाह उड़ी. भीड़ में शामिल लोगों ने कहा कि गंभीर रूप से घायल इन लोगों की पीएमसीएच में मौत हो गयी है. मगर किसी को उनके नाम की जानकारी नहीं थी. इसे लेकर अचानक ही तनाव बढ़ गया. तनाव बढ़ता देख डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह को पीएमसीएच में पता लगाने को कहा. बातचीत में पीएमसीएच अधीक्षक ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है.
बाद में तीन में से दो लोगों का नाम बताया गया. इनमें से एक रामनारायण शर्मा मुख्यालय के स्टोर एंड परचेज डिपार्टमेंट के पिऊन, जबकि दूसरे शिवपूजन सिंह टेलीफोन ऑपरेटर बताये गये. मगर इस नाम का कोई व्यक्ति भी पीएमसीएच इमरजेंसी में नहीं मिला. हंगामे के बीच ही डीएम ने एडीएम (विधि-व्यवस्था) सांवल भारती के साथ तीन-चार बिजली कर्मियों को भेजा और मृतक की पहचान के निर्देश दिये. तीसरे मृतक के बारे में बताया गया कि वह कंकड़बाग प्रमंडल का स्टाफ है.