पटना: बिहार बार काउंसिल, पटना भवन में शनिवार को बिहार युवा अधिवक्ता कल्याण समिति का 16वां महाधिवेशन का शुभारंभ हुआ. इसमें ‘भारतीय न्यायपालिका में अधिवक्ताओं की भूमिका’ विषय पर चर्चा हुई. बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्र ने कहा कि अधिवक्ताओं के बिना न्यायिक प्रक्रिया ठप हो जाती है.
न्यायपालिका में अधिवक्ताओं की अहम भूमिका होती है. जिस दिन अधिवक्ता खुद को न्यायिक कार्य से अलग रखते हैं, उस दिन कोई काम नहीं हो पाता है. पटना हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति बीएन सिन्हा ने कहा कि अधिवक्ता किसी मामले का प्रथम जज होते हैं.
सबसे पहले मामला उन्हीं के पास आता है. उन्हें खुद को न्यायिक कार्य से अलग रख कर हड़ताल नहीं करनी चाहिए. इससे पैरवीकारों का नुकसान होता है. मौके पर न्यायाधीश जेएन सिंह, समरेंद्र प्रताप सिंह, अजय कुमार त्रिपाठी, केके मंडल, बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष अखौरी मंगला चरण श्रीवास्तव, वरीय अधिवक्ता सिद्धेश्वरी प्रसाद सिंह, बिहार युवा अधिवक्ता कल्याण समिति के अध्यक्ष धर्मराज यादव, प्रेम कुमार झा, महासचिव आशुतोष कुमार आदि भी मौजूद थे. कार्यक्रम का शुभारंभ बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्र व न्यायमूर्ति बीएन सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया. अधिवेशन में न्यायमूर्ति बीएन सिन्हा व शैलेश कुमार सिन्हा ने स्मारिका का लोकार्पण भी किया. रविवार को अधिवेशन में समिति का चुनाव किया जायेगा.