सामान की गुणवत्ता जांच के बाद ही नगर निकायों में होगा निर्माण
नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव ने भेजा पत्र रविशंकर उपाध्याय पटना : सूबे के नगर निकायों में सामान की जांच किये बिना कोई भी निर्माण संभव नहीं होगा. राज्य के सभी नगर पर्षद, नगर पंचायत और जिला शहरी विकास अभिकरण के अधीन रोड,भवन व पार्क के सामान की गुणवत्ता अब पथ निर्माण […]
नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव ने भेजा पत्र
रविशंकर उपाध्याय
पटना : सूबे के नगर निकायों में सामान की जांच किये बिना कोई भी निर्माण संभव नहीं होगा. राज्य के सभी नगर पर्षद, नगर पंचायत और जिला शहरी विकास अभिकरण के अधीन रोड,भवन व पार्क के सामान की गुणवत्ता अब पथ निर्माण विभाग की प्रयोगशाला जांचेगा.
सभी जिलों के पथ प्रमंडल और अंचलों के अधीन आने वाली प्रयोगशालाएं निर्माण सामान की जांच कर एनओसी जारी करेगी तभी निर्माण संभव हो पायेगा. नगर विकास और आवास विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने इस संबंध में सहमति प्रदान करने के लिए पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा है. शीघ्र ही इस संबंध में जिलों के पथ प्रमंडल और अंचलों के कार्यपालक अभियंताओं और अधीक्षण अभियंताओं को आदेश जारी कर दिया जायेगा.
यदि यह हुआ, तो फिर न केवल कार्यो की गुणवत्ता सुधरेगी बल्कि संवेदकों को काम के बाद समय से भुगतान भी किया जा सकेगा. अभी नगर विकास और आवास विभाग के जिला शहरी विकास अभिकरण, नगर पर्षद और नगर पंचायत के कार्यपालक अभियंता निकायों में योजनाओं को कार्यान्वित कर रहे हैं. योजनाओं के कार्यान्वयन में सामान की गुणवत्ता जांच में नगर विकास विभाग के गुण नियंत्रण प्रयोगशाला नहीं होने के कारण कठिनाई होती है.
जांच में कठिनाई को देखते हुए योजनाओं के गुणवत्तापूर्ण कार्यान्वयन में बाधाएं आती है. वर्तमान परिस्थिति में नगर विकास विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा ही गुणवत्ता जांच जिलों के विभिन्न गुण नियंत्रण प्रयोगशाला से करा कर भुगतान किया जाता है. इसमें काफी विलंब होता है.