गवाह ने कहा, बुद्ध मूर्ति के पास मिले बमों को किया था निष्क्रिय
– बम निरोधी दस्ते के एक सदस्य ने दी गवाही- बोधगया बम ब्लास्ट का मामलासंवाददाता, पटनापटना एनआइए के विशेष जज अनिल कुमार सिंह की अदालत द्वारा बोधगया बम ब्लास्ट मामले की सुनवाई के दौरान शनिवार को बम निरोधक दस्ते के एक सदस्य उदय ठाकुर ने अपनी गवाही को कलमबद्ध कराया. उदय ठाकुर ने अपनी गवाही […]
– बम निरोधी दस्ते के एक सदस्य ने दी गवाही- बोधगया बम ब्लास्ट का मामलासंवाददाता, पटनापटना एनआइए के विशेष जज अनिल कुमार सिंह की अदालत द्वारा बोधगया बम ब्लास्ट मामले की सुनवाई के दौरान शनिवार को बम निरोधक दस्ते के एक सदस्य उदय ठाकुर ने अपनी गवाही को कलमबद्ध कराया. उदय ठाकुर ने अपनी गवाही के दौरान अदालत को बताया कि सात जुलाई, 2013 को उसे वरीय अधिकारियों द्वारा यह सूचना दी गयी थी कि बोधगया बौद्ध मंदिर परिसर में बम विस्फोट हुआ है. वहां तुरंत पहुंचे और जिंदा बमों को निष्क्रिय करने का काम करें. गवाह ने आगे बताया कि जब वह बौद्ध मंदिर परिसर गया, तो बुद्ध की 80 फुट ऊंची मूर्ति के बगल में वहां कई जिंदा बम, लोटस घडि़यां व सिलिंडर पाये गये, सभी को तत्काल निष्क्रिय किया गया. तत्पश्चात उसने वहां जब्त की गयी सामग्रियों की सूची बनायी. उस पर उसने अपने हस्ताक्षर भी किये. जिरह के दौरान जब बचाव पक्ष के अधिवक्ता मो रफी अहमद ने गवाह से पूछा कि घटना के दिन वहां उपस्थित होने का कोई कागजी प्रमाण है या नहीं, तो गवाह ने इससे इनकार किया. गौरतलब हो कि सात जुलाई, 2013 को बोधगया के बौद्ध मंदिर परिसर में सुबह कई बम विस्फोट हुए थे. इसमें कुछ लोग घायल हुए थे. उक्त मामले में मुख्य आरोपित हैदर अली, अजहर कुरैशी व उमर सिद्दीकी समेत कई अभियुक्त जेल में बंद हैं तथा उनके खिलाफ मामले का विचारण चल रहा है. मामले की अगली सुनवाई आठ जून को होगी.