सरकार पर करारा व्यंग्य करता है अंधेर नगरी चौपट राजा
लाइफ रिपोर्टर@पटनाप्रेमचंद रंगशाला में शनिवार की शाम काफी बेहतरीन रही. यहां एचएमटी संस्था द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति हुई. सबेरा कला केन्द्र द्वारा आयोजित बाल नाट्य महोत्सव के दौरान यह कार्यक्रम हुआ. इसमें नुक्कड़ के अलावा गौतम बुद्ध पब्लिक स्कूल पटना के बाल कलाकारों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी. इसके साथ ही पारंपरिक लोक […]
लाइफ रिपोर्टर@पटनाप्रेमचंद रंगशाला में शनिवार की शाम काफी बेहतरीन रही. यहां एचएमटी संस्था द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति हुई. सबेरा कला केन्द्र द्वारा आयोजित बाल नाट्य महोत्सव के दौरान यह कार्यक्रम हुआ. इसमें नुक्कड़ के अलावा गौतम बुद्ध पब्लिक स्कूल पटना के बाल कलाकारों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी. इसके साथ ही पारंपरिक लोक नृत्य की प्रस्तुति भी हुई. एचएमटी संस्था द्वारा अंधेर नगरी नाटक की प्रस्तुति हुई. अंधेर नगरी भारतेन्दु हरिशचंद्र लिखित प्रहसन है, जिसे आजादी के पहले लिखा गया था. तात्कालीन परिस्थितियों को हास्य-व्यंग्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. इसमें अंग्रेज सरकार की अनैतिकता, जात-धर्म के ढकोसले और जनता की बेबसी का चित्रण था. आज भी इस नाटक की पुरानी कहानी में वर्तमान समय की झलक दिखती है. आज भी हम उसी अंधेर नगरी में ही रह रहे है, जहां का चौपट राजा चापलूसी पसंद, लालची और कमअक्ल है. उलटे-सीधे फैसले देता है. कह सकते हैं कि यह नाटक बच्चों की कहानी के बहाने शासन व्यवस्था की खामियों पर कुठाराघात करता है. इस नाटक में राहुल कुमार रवि, रोशन कुमार, सैफ अहमद, अंकित, अनामिका वर्मा, सुदर्शन शर्मा, सोनाली वर्मा, विभा कुमार सोनी, माही गुप्ता, जेमी फर्नांडिस, शिल्पी कुमारी, सुष्मिता कुमारी, विभा कुमारी सोनी, रवि राज, अभिषेक नारायण, कुणाल किशोर मौजूद थे. इस नाटक के निर्देशक सुरेश कुमार हज्जू थे.