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जनता भाजपा के साथ, हवाई मोरचा रहेगा खाली हाथ : ननद किशोर

चुनाव करीब आने के साथ ही बढ़ती जा रही राजद-जदयू की बेचैनी संवाददाता, पटना भाजपा के पक्ष के जबरदस्त जनाधार देख कर राजद, जदयू, कांग्रेस और वाम दलों के पैरों के नीचे जमीन खिसकती जा रही है. छह महीने तक विलय का शोर मचा,फिर गंठबंधन के सपने देखे जाने लगे और अब किसी हवाई मोरचे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 23, 2015 10:05 PM

चुनाव करीब आने के साथ ही बढ़ती जा रही राजद-जदयू की बेचैनी संवाददाता, पटना भाजपा के पक्ष के जबरदस्त जनाधार देख कर राजद, जदयू, कांग्रेस और वाम दलों के पैरों के नीचे जमीन खिसकती जा रही है. छह महीने तक विलय का शोर मचा,फिर गंठबंधन के सपने देखे जाने लगे और अब किसी हवाई मोरचे की कहानी सुनायी जा रही है. इस कवायद का कोई फायदा नहीं होने जा रहा, क्योंकि बिहार की जनता इस बार भाजपा और उसके सहयोगी दलों के अलावा किसी को मौका नहीं देने जा रही है. उक्त बातें शनिवार को विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कही. उन्होंने कहा है कि जदयू सुप्रीमो पीएम बनने की महात्वाकांक्षा में भाजपा से गंठबंधन तोड़ कर राजद और कांग्रेस की गोद में जा बैठे. आज हाल यह है कि राजद उन्हें सीएम तो दूर, सीएम पद का उम्मीदवार तक बनाने को तैयार नहीं है. जदयू के नेता कहते हैं कि वे जदयू नेता के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि राजद प्रमुख कहते हैं कि नेता का फैसला बाद में तय होगा. समाजवादी पार्टी के मुखिया हर बार विलय को टाल रहे हैं. आज हाल यह है कि जदयू सुप्रीमो खुद अपनी ही सरकार के फैसले खुद नहीं कर पा रहे हैं. राजद की ओर से हर दिन उन्हें निर्देश दिये जा रहे हैं. होमगार्ड हड़ताल, नियोजित शिक्षक हड़ताल और प्रोन्नति में आरक्षण जैसे मुद्दों पर कदम उठाने को कहा जा रहा. किसानों की मौत पर राजद ने जदयू सरकार की संवेदनहीनता पर भी सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा है कि भाजपा की इच्छा शक्ति, जनाधार, काम करने की नीति और नीयत इन दलों पर भारी है. यही कारण है कि चुनाव करीब आने के साथ ही इनकी बेचैनी बढ़ती जा रही है.

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