प्रक्रिया चलेगी लंबी, तो माह भर में कैसे होगी प्रमाणपत्रों की जांच
– पटना जिले के 192 स्कूलों के लगभग 2600 शिक्षकों के सर्टिफिकेट की होनी है जांच- 2006 से अब तक के नियोजित शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच शुरूसंवाददाता, पटना वर्ष 2006 से अब तक सभी नियोजित शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच कराने के निर्देश पर जिले के 192 विद्यालयों में कार्यरत लगभग 2600 शिक्षकों के […]
– पटना जिले के 192 स्कूलों के लगभग 2600 शिक्षकों के सर्टिफिकेट की होनी है जांच- 2006 से अब तक के नियोजित शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच शुरूसंवाददाता, पटना वर्ष 2006 से अब तक सभी नियोजित शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच कराने के निर्देश पर जिले के 192 विद्यालयों में कार्यरत लगभग 2600 शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की जानी है. जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा इन प्रमाणपत्रों की जांच प्रक्रिया भले ही शुरू कर दी गयी है, लेकिन एक-एक शिक्षक के चार से पांच प्रमाणपत्र के होने से जांच प्रक्रिया लंबी खिंच सकती है. ऐसे में जांच प्रक्रिया को समय पर पूरा करना बड़ा सवाल बना हुआ है.हर शिक्षक के चार से पांच सर्टिफिकेटजांच प्रक्रिया में लगे पदाधिकारियों की मानें, तो प्रत्येक शिक्षक के चार से पांच सर्टिफिकेट हैं. मैट्रिक, इंटर, बीए, एमए, बीएड के अलावा टीइटी व एसटीइटी तक के प्रमाणपत्रों की जांच अलग-अलग संस्थानों में भेज कर करानी है. ऐसे में प्रत्येक सर्टिफिकेट की अलग-अलग फाइलिंग क र उसे संबंधित जांच टीम को सौंपी जानी है. इसके बाद जांच टीम उन फाइलों को संबंधित संस्थानों में भेज उसकी जांच करायेगा. दूसरे राज्यों के प्रमाणपत्रों की जांच में होगी देरीदूसरे राज्यों के प्रमाणपत्रों की जांच कराने के लिए सर्टिफिकेट को वहां के संबंधित संस्थानों में भेजा जाना है. ऐसे में बिहार के प्रमाणपत्रों की जांच भले ही समय पर पूरी हो जाये, लेकिन दूसरे राज्यों के प्रमाणपत्रों की जांच में लंबा समय लगने से इनकार नहीं किया जा सकता है. जिला शिक्षा पदाधिकारी चंद्रशेखर कुमार ने बताया कि जिले से सभी प्रमाणपत्रों को मंगाया गया है. प्रमाणपत्रों की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.