समस्याएं जानने यात्रियों के बीच पहुंचेंगे रेल अधिकारी
पटना: आनेवाले दिनों में रेल सफर के दौरान सफेद टी-शर्ट व कैप पहने कोई व्यक्ति अगर आपसे समस्याएं पूछने लगे, तो चौंकियेगा नहीं. हो सकता है कि वह रेलवे का कोई बड़ा अधिकारी हो. जी हां, रेलवे ने यात्रियों की समस्याओं को समझने व उनको स्थानीय स्तर पर दूर करने के लिए 26 मई से […]
पटना: आनेवाले दिनों में रेल सफर के दौरान सफेद टी-शर्ट व कैप पहने कोई व्यक्ति अगर आपसे समस्याएं पूछने लगे, तो चौंकियेगा नहीं. हो सकता है कि वह रेलवे का कोई बड़ा अधिकारी हो. जी हां, रेलवे ने यात्रियों की समस्याओं को समझने व उनको स्थानीय स्तर पर दूर करने के लिए 26 मई से नौ जून तक रेल यात्री उपभोक्ता पखवारा मनाने का निर्णय लिया है. इस दौरान रेलवे अधिकारी ट्रेनों में स्लीपर से लेकर जनरल कोच में पहुंच कर यात्रियों से रूबरू होकर उनसे समस्याएं पूछेंगे. साथ ही उन्हें रेलवे की उपलिब्धयां भी बतायेंगे. रेल मंत्रलय से सभी जोन मुख्यालय को सकरुलर भी जारी हुआ है.
तीन चरण में मनेगा पखवारा : पखवारा तीन चरण में मनाया जायेगा. पहले चरण में देश भर में 100 विभिन्न प्रोजेक्ट्स की लांचिंग या फिर यात्री सुविधाओं की शुरुआत की जायेगी. दूसरे चरण में यात्रियों से फीडबैक लिया जायेगा. समस्याओं के ऑन स्पॉट निराकरण से यात्रियों के मन में रेलवे के प्रति बनी गलत धारण बदलेगी. इसके लिए जोन के महाप्रबंधक से लेकर रेल मंडल के डीआरएम व अन्य अधिकारी भी आम जनता से बातचीत करेंगे. यात्रियों की राय भी ली जायेगी. यात्रियों की समस्याएं सुनना या उन्हें उपलब्धियां बताने के अलावा पूर्व मध्य रेलवे के बड़े स्टेशनों पर पखवाड़े भर के लिए एक बूथ स्थापित किया जायेगा. यहां यात्री अपना सुझाव दे सकते हैं.
ट्रेनों को समय पर चलाने पर विशेष ध्यान : इस पखवारे के दौरान इस बात का भी विशेष ख्याल रखा जायेगा कि ट्रेनें समय पर चले. गरमी की छुट्टियों के कारण ट्रेनों में यात्रियों की अधिक भीड़ रहेगी. ऐसे में ट्रेनों की समय पालन को लेकर अभियान चलाया जायेगा. टिकट चेकिंग, ट्रेनों में स्वच्छता, कर्मचारियों के लिए योग व आयुर्वेद चिकित्सा के कार्यक्रम चलाये जायेंगे.
नियमों में दी जायेगी ढील : रेलवे बोर्ड ने महसूस किया है कि कई समाजसेवी संस्थाएं, निजी कंपनी व एनजीओ स्टेशनों या इसके बाहर वाटर कूलर, कोच इंडेक्शन, प्याऊ , शेड, प्रसाधन, गार्डन डेवलपमेंट जैसे कार्यो को नि:शुल्क करना चाहते हैं. लेकिन, रेलवे के कड़े नियमों के चलते इस तरह की सुविधाएं लागू नहीं हो पाती.
रेल यात्री उपभोक्ता पखवाड़ा के दौरान रेलवे के जिम्मेदार अफसर यह प्रयास करेंगे कि उनकी निजी संस्थाओं की इस तरह की सुविधाओं का लाभ यात्रियों को मिल सके.