– उत्तर प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों ने पटना में रोड शो कर दी जानकारी मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर गंगा किनारे लगभग 15.25 किलोमीटर क्षेत्र में रिवर फ्रंट का निर्माण संवाददाता, पटना. 12 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) के मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम तट पर महाकुंभ 2025 का आयोजन होगा. 26 फरवरी 2025 तक चलने वाले इस महाकुंभ में करीब 45 करोड़ तीर्थयात्रियों, साधु, संतों, कल्पवासियों एवं पर्यटकों के आने की संभावना है. गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान और परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने पटना में आयोजित रोड शो में इसकी जानकारी दी. इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने मिल कर उनको महाकुंभ का न्योता दिया. रोड शो में यूपी के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने बताया कि महाकुंभ को लेकर मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर गंगा किनारे लगभग 15.25 किलोमीटर क्षेत्र में रिवर फ्रंट का निर्माण कराया गया है. 2750 सीसीटीवी सहित दस हजार से अधिक कैमरों से पूरे क्षेत्र की निगरानी होगी. मेला क्षेत्र तक पहुंचने को लेकर देश भर से 900 से अधिक ट्रेन व शहर में 700 से अधिक बसें चलेंगी. प्रयागराज के सभी नौ स्टेशनों पर सुरक्षा-विधि व्यवस्था के पूरे इंतजाम रहेंगे. तकनीकी विधियों मसलन पर्सन एट्रिब्यूट सर्च कैमरों, आरएफआइडी रिस्ट बैंड और मोबाइल एप आदि की मदद से हर व्यक्ति की गिनती की जायेगी. उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों, साधु, संतों, कल्पवासियों और पर्यटकों के स्वास्थ्य देखभाल की भी व्यवस्था है. इसको लेकर परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनाया गया है. पार्किंग की समस्या से निबटने को लेकर 101 स्मार्ट पार्किंग बनाये गये हैं, जिनमें प्रतिदिन पांच लाख वाहन पार्क किये जा सकेंगे. पार्किंग स्थल की निगरानी इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के माध्यम से की जायेगी. महाकुंभ नगरी में 35 पुराने और 9 नये पक्के घाट बनाये गये हैं, जो श्रद्धालुओं के स्नान में काफी सहायक साबित होंगे.
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