पीएमसीएच का प्रशासनिक भवन धरोहर, बाकी टूटेंगे
पटना: पीएमसीएच में नये भवन के निर्माण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर अब बीएमएसआइसीएल ग्लोबल टेंडर करेगा. टेंडर का काम एक माह में पूरा हो और देश-विदेश की बड़ी कंपनियां इस टेंडर में हिस्सा ले. ऐसी रणनीति बनायी जा रही है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक इसके लिए भवन निर्माण विभाग ने एक डीपीआर […]
पटना: पीएमसीएच में नये भवन के निर्माण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर अब बीएमएसआइसीएल ग्लोबल टेंडर करेगा. टेंडर का काम एक माह में पूरा हो और देश-विदेश की बड़ी कंपनियां इस टेंडर में हिस्सा ले. ऐसी रणनीति बनायी जा रही है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक इसके लिए भवन निर्माण विभाग ने एक डीपीआर तैयार की है,जिसमें प्रशासनिक भवन को धरोहर मानते हुए बाकी सभी भवनों को तोड़ने का निर्णय लिया गया है.
परिसर में नये भवन का काम ओपीडी की तरफ से शुरू होगा और उसके बाद कॉलेज होते हुए अंतिम में इमरजेंसी तक पहुंचेगा. फिलहाल परिसर में 14 से अधिक भवनों जी पल्स छह के बनाने पर सहमति बनी है. वहीं टेंडर के दौरान कंपनियां जब हिस्सा लेंगी, तो डीपीआर में बदलाव होने की संभावना है. इस कारण से टेंडर प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का निर्णय लिया गया है.
40 से अधिक कंपनियों ने भेजा ब्योरा : ग्लोबल टेंडर के पहले 40 से अधिक कंपनियां पीएमसीएच को विकसित करने के लिए सरकार के पास अपना ब्योरा भेज चुकी हैं. सरकार उन कंपनियों से भी बात कर रही है,जो पीएमसीएच को बेहतर ढंग से बनाये और भूकंप जैसी आपदा में बिल्डिंग को परेशानी नहीं हो. इसके साथ ही मरीज भी बाहर निकल कर बैठ सके. जानकारी के मुताबिक जिनको काम दिया जायेगा, उनको दो साल के भीतर काम को पूरा करने का टास्क भी दिया जायेगा.
मुख्यमंत्री के विजन का नतीजा है कि अब पीएमसीएच ऐसा बनेगा कि अगले 60 साल बाद भी इलाज के लिए आनेवाले को परेशानी नहीं होगी. इसके लिए ग्लोबल टेंडर होगा और इसे बीएमएसआइसीएल को करना है, जिसका काम शुरू हो चुका है. परिसर में बने प्रशासनिक भवन को छोड़ कर 14 नये भवन बनाये जायेंगे, जो छह तल्ले का होगा.
डॉ एसएन सिन्हा, प्राचार्य, पीएमसी
ग्लोबल टेंडर को लेकर काम चल रहा है और इसे एक माह में पूरा करना है. इसको लेकर दो से तीन दिनों में एक बैठक होगी और टेंडर कब निकाला जाये. इसको लेकर निर्देश जारी कर दिया जायेगा.
ब्रजेश मेहरोत्र, प्रधान सचिव