पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का इंटरमीडिएट कॉमर्स का रिजल्ट मंगलवार को घोषित किया गया. 90.55} विद्यार्थियों को सफलता मिली है, जो पिछले साल से 8.91} अधिक है. एमएस कॉलेज, मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) के आर्यन स्टेट टॉपर रहे. दूसरे स्थान पर खगड़िया के कोसी कॉलेज के अमन अग्रवाल, जबकि गया कॉलेज, गया की पारूल सिन्हा और केएसआरआइ कॉलेज, समस्तीपुर की प्रेरणा कुमारी संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहीं. स्टेट टॉप टेन लिस्ट में 15 विद्यार्थियों ने जगह बनायी, जिनमें आठ लड़के और सात लड़कियां हैं.
टॉप 10 में पटना के सर्वाधिक चार बच्चों ने जगह बनायी. इनमें तीन छात्रएं और एक छात्र रहे. रिजल्ट की घोषणा करते हुए बोर्ड अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि कॉमर्स में कुल 83066 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें 75220 पास रहे हैं. 32 फीसदी फस्र्ट डिवीजन से, 53 फीसदी सेकेंड डिवीजन और छह फीसदी थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं. 8.55 फीसदी विद्यार्थी असफल रहे है. वहीं, 677 परीक्षार्थी का रिजल्ट अभी पेंडिग है.
रिजल्ट की घोषणा के समय बोर्ड के सचिव श्री निवास चंद्र तिवारी, परीक्षा कंट्रोलर शंभु नाथ के अलावा समिति के सभी कर्मी मौजूद थे. कॉमर्स का रिजल्ट सबसे मोहमद फरहत अली निजामी (रॉल नंबर 20359, रॉल कोड 17001) को मिला. ओरियंटल कॉलेज, पटना सिटी का छात्र अली निजामी ने फस्र्ट डिवीजन से परीक्ष पास की है. समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने समिति की वेबसाइट पर अली निजामी के रॉल नंबर को वेबसाइट पर डाल कर जारी किया. अली निजामी को 324 अंक प्राप्त हुए हैं. इसके बाद वेबसाइट पर तमाम रिजल्ट डाल दिया गया. रिजल्ट समिति की वेबसाइट 666.्रुँं1ुं1.िूं.्रल्ल पर प्रकाशित किया गया है. परीक्षार्थी की सुविधा के लिए परीक्षा का परिणाम समिति की वेबसाइट के अलावा एसएमएस भी लेने की सुविधा दी गयी थी.
20.87 फीसदी अधिक हुआ रिजल्ट
इस बार प्रथम श्रेणी में पास करनेवाले छात्र 2014 के मुकाबले 20.87 फीसदी अधिक रहे. 2014 में कॉमर्स की परीक्षा में 76734 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें सिर्फ 11.92 फीसदी ही प्रथम श्रेणी में पास हुए थे. इस बार कुल 83066 परीक्षार्थी कॉमर्स की परीक्षा में शामिल हुए थे. इनमें 31.79 फीसदी परीक्षार्थी को प्रथम श्रेणी में सफलता मिली है. इस बार द्वितीय श्रेणी में पास करने वाले छात्रों की संख्या सबसे अधिक रहा. इस बार द्वितीय श्रेणी में 52.60 फीसदी छात्र सफल हुए हैं.
2013 से मिलता जुलता रहा कॉमर्स का रिजल्ट
2015 के कॉमर्स का रिजल्ट 2013 में जारी कॉमर्स के रिजल्ट का अनुसार ही रहा. ओएमआर सीट पर परीक्षा लेने का फायदा साइंस के साथ कॉमर्स के छात्रों को भी काफी मिला. कॉमर्स में 2013 में 72510 कुल परीक्षार्थी में 94.43 फीसदी छात्रों को सफलता मिली थी. इसमें प्रथम श्रेणी में 33.01 फीसदी छात्र सफल हुए थे. वहीं 2015 में 83066 कुल परीक्षार्थी शामिल हुए. इसमें 90.55 फीसदी परीक्षार्थी को सफलता मिली है. इसमें 31.79 फीसदी छात्र को प्रथम श्रेणी में सफलता मिली है.
इंटरमीडिएट कॉमर्स स्ट्रीम का रिजल्ट
परीक्षार्थी की कुल संख्या – 83066
छात्र परीक्षार्थी की कुल संख्या – 60586 (72.93 फीसदी)
छात्र परीक्षार्थी की कुल संख्या – 22480 (27.06 फीसदी)
सफल परीक्षार्थी की कुल संख्या – 75220 (90.55 फीसदी)
सफल छात्र परीक्षार्थी की संख्या – 54209 (89.47 फीसदी)
सफल छात्र परीक्षार्थी की संख्या – 21011 (93.46 फीसदी)
प्रथम श्रेणी में पास परीक्षार्थी – 26407 (31.79 फीसदी)
द्वितीय श्रेणी में पास परीक्षार्थी – 43699 (52.60 फीसदी)
तृतीय श्रेणी में पास परीक्षार्थी – 4977 (5.99 फीसदी)
कॉमर्स की परीक्षा में अनुपस्थित परीक्षार्थी की संख्या – 1463
निष्कासित परीक्षार्थी की संख्या – 60
कुल असफल परीक्षार्थी की संख्या – 7108 (8.55 फीसदी)
लंबित रिजल्ट – 677 (0.81 फीसदी)
पिछले चार साल का कॉमर्स का रिजल्ट
2012 में प्रथम श्रेणी में पास प्रतिशत – 26.21
उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत – 91.91
2013 में प्रथम श्रेणी में पास प्रतिशत – 33.01
उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत – 94.43
2014 में प्रथम श्रेणी में पास प्रतिशत – 11.92
उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत – 82.64
2015 में प्रथम श्रेणी में पास प्रतिशत – 31.79
उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत – 90.55
टॉप जिला
जिला – पास प्रतिशत
पटना – 95.75
जमुई – 95.09
लखीसराय – 95.50
गया – 94.12
अरवल – 94.92
वैशाली – 94.38
दरभंगा – 94
मधुबनी – 94.73
समस्तीपुर – 94.28
किशनगंज – 94.88