फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों में सुधार

बिहटा : शुक्र वार को बिहटा प्रखंड के डुमरी गांव में फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों का इलाज किया गया. हालांकि, मेडिकल टीम ने जांच के बाद लोगों को खतरे से बहार बताया है . वहीं , परिजनों में कोहराम मचा है. दूसरे दिन भी खुशी कुमारी (10 वर्ष), रूबी देवी (32 वर्ष), काजल देवी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2015 7:04 AM
बिहटा : शुक्र वार को बिहटा प्रखंड के डुमरी गांव में फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों का इलाज किया गया. हालांकि, मेडिकल टीम ने जांच के बाद लोगों को खतरे से बहार बताया है .
वहीं , परिजनों में कोहराम मचा है. दूसरे दिन भी खुशी कुमारी (10 वर्ष), रूबी देवी (32 वर्ष), काजल देवी (23 वर्ष), राजेश कुमार (12 वर्ष), शिवधारी राम (38 वर्ष), पनवासो देवी (70 वर्ष), सरस्वती देवी (60 वर्ष)व मीरा देवी (22 वर्ष)का इलाज जारी था. इस संबंध में रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ कृष्ण कुमार ने सभी को फूड पॉयजनिंग हो गयी थी. मालूम हो कि गुरु वार को रामनिवास यादव के पुत्र की बरात मौदिह जानी थी.
बरात घर से निकलने के पूर्व ग्रामीणों के बीच चावल का बना लड्डू वितरित किया गया था .लड्डू खाते ही कुछ देर बाद लोग पेट व सिर दर्द की शिकायत करने लगे. इसके बाद उन्हें उलटी होने होने लगी. देखते-देखते करीब सौ लोग इसकीचपेट में आ गये थे. लोगों को आनन-फानन में बिहटा रेफरल अस्पताल में भरती कराया था .
डायरिया से पांच पीड़ित
मनेर. शुक्रवार को नगर पंचायत क्षेत्र के नसीरगंज निवासी चंद्रवती देवी (45 वर्ष), सुधा देवी (35 वर्ष), जीतन कुमार (11वर्ष), सुअरमरवां के जीतू कुमार (9 वर्ष) व हल्दीछपरा की रहनेवाली इकलौती देवी (50 वर्ष) डायरिया पीड़ितों मनेर अस्पताल में भरती कराया गया है.

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