गर्म हवाओं के बाउंसर ने सबको किया क्लीन बोल्ड
पटना : अरुणाचल प्रदेश और गुवाहाटी में बारिश के बाद वहां से आनेवाली नम हवाओं ने पटना के साथ ही पूरे बिहार में ऊमस बढ़ा दी है. साथ ही अधिकतम तापमान में भी दो डिग्री की बढ़ोतरी हो गयी है. पटना की हवाओं में शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे सत्तर फीसदी से ज्यादा ह्यूमिडिटी […]
पटना : अरुणाचल प्रदेश और गुवाहाटी में बारिश के बाद वहां से आनेवाली नम हवाओं ने पटना के साथ ही पूरे बिहार में ऊमस बढ़ा दी है. साथ ही अधिकतम तापमान में भी दो डिग्री की बढ़ोतरी हो गयी है. पटना की हवाओं में शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे सत्तर फीसदी से ज्यादा ह्यूमिडिटी थी, जो शाम में भी 54 प्रतिशत तक पहुंच गया. पूरे दिन हवाओं में 55 से 70 प्रतिशत तक नमी थी. इस कारण राजधानी वासी गरमी के साथ ही ऊमस से परेशान थे.
घर में न तो पंखा काम कर रहा था ना ही कूलर. पसीने से तर बतर हुए लोगों में बेचैनी की हालत रही. अधिकतम तापमान की बात करें तो पटना का अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है जो गुरुवार से दो डिग्री सेल्सियस ज्यादा था. वहीं न्यूनतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा. यही तापमान अगले तीन दिनों तक बने रहने की संभावना है. हालांकि इन सबके बीच राहत की बात यह है कि प्रदेश में हीट वेव नहीं चल रहा है.
चार जून को छायेंगे बादल
राजधानी में मॉनसून या उसके पूर्व बारिश के अनुमान अभी पांच दिनों तक नहीं है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पूर्व बिहार में बारिश हो सकती है. पटना में चार जून को बादल उमड़ घुमड़ सकते हैं, लेकिन बारिश नहीं होगी. इसकी वजह से तापमान में कमी आयेगी.
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत में बारिश से ऊमस ज्यादा है, पटना में पांच तारिख या उसके बाद बारिश हो सकती है. गया में गरमी एक बार फिर अपने शबाब पर पहुंच गयी है. गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को अधिकतम तापमान लगभग तीन डिग्री ज्यादा बढ़ कर 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है.
इधर बिजली संकट से शहर हलकान
पटना : एक तो गरमी ऊपर से घंटों पावर कट. पटना में जब गरमी अपने चरम पर पहुंच रही है, तो बिजली सबसे ज्यादा धोखा दे रही है. बिजली की खपत बढ़ने के कारण सबसे ज्यादा असर ट्रांसफॉर्मर के फ्यूज पर पड़ रहा है. दिन व रात में लगातार फ्यूज उड़ रहे हैं. दूसरी ओर तार टूटने के कारण सप्लाइ पर भी असर पड़ रहा है.इसका परिणाम यह हो रहा है कि ज्यादातर इलाके में जेनरेटर से बिजली की आपूर्ति हो रही है.
इसके कारण बिजली विभाग के फोन की घंटी लगातार बज रही है और वहां से कोई सकारात्मक जवाब नहीं पाकर लोग निराश भी हो रहे हैं. सबसे ज्यादा शिकायत गांधी मैदान इलाके के साथ ही कंकड़बाग, राजीव नगर, दीघा, महेंद्रू आदि इलाके से जुड़े फीडर में आ रही है.
इन फीडरों से जुड़े इलाकों में रात में बिजली कटने से लोग हलकान हैं. गुरुवार की तरह शुक्रवार को भी महेंद्रू के टिकिया टोली के साथ ही राजीव नगर, गांधी मैदान इलाके के कमिश्नरी ऑफिस, समाहरणालय इलाके में एक से दो घंटे तक बिजली कटी रही.
पांच-पांच घंटे बिजली कट
कंकड़बाग और राजेंद्र नगर इलाके में पेसू चार और पांच से पांच घंटे बिजली नहीं मिली. इनके बीच का 33 केवीए का तार लगभग दो बजे के आसपास टूट कर गिर गया. इसकी वजह से सात बजे तक बिजली कटी रही. सिपारा इलाके में लोकल फॉल्ट की वजह से दोपहर ढ़ाई से छह बजे तक बिजली नहीं आ सकी.
इंद्रपुरी व शिवपुरी में बुधवार की रात फ्यूज उड़ने के कारण बिजली आती-जाती रही और इस वजह से लोग परेशान रहे. इधर पेसू की ओर से बताया गया कि कहीं भी पावर कट नहीं किया गया है, लोकल फॉल्ट और तकनीकी गड़बड़ी के कारण बिजली काटनी पड़ी.